TrendingT20 World Cup 2026Bangladesh ViolencePollution

---विज्ञापन---

समोसा-जलेबी नहीं ये स्नैक्स भी हैं बीमारियों का कारण, एक्सपर्ट से जानें, इन्हें कितना खाना सही?

Health Warnings For Fast Food: समोसा जलेबी की बहस तो चलती रहेगी। मगर इन दोनों के अलावा हमारी रोजमर्रा की डाइट में कुछ ऐसे फास्ट फूड शामिल हैं, जिन्हें खाना बहुत ज्यादा हानिकारक होता है। ये न सिर्फ डाइजेशन बल्कि कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

Health Warnings For Fast Food: बीते दिनों समोसा जलेबी को लेकर एक हेल्थ गाइडलाइन जारी हुई थी कि ये दोनों चीजें सेहत की सबसे बड़ी दुश्मन है। हालांकि, बाद में इसकी न्यूट्रिशन वैल्यू को लेकर फैल रही खबरों पर अंकुश लगा दिया गया था। आपको बता दें कि बाहर के खाने के मामले में सिर्फ समोसा और जलेबी नहीं बल्कि मोमोज, पिज्जा और कोल्ड ड्रिंक भी शामिल हैं, जो हमारे शरीर को सिर्फ और सिर्फ नुकसान पहुंचाते हैं। आइए जानते हैं एक्सपर्ट से।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

डॉक्टर अक्षत चड्ढा, फेमस न्यूट्रिशनिस्ट बताते हैं कि हमारी डेली डाइट में खाने के अलावा स्नैक्स जो धीरे-धीरे फास्ट फूड में तब्दील हो रहे हैं भी अहम हिस्सा है। कुछ लोकप्रिय व्यंजन तो ऐसे हैं, जिन्हें लोग रोज खाते हैं। इनका स्वाद तो अच्छा होता है लेकिन स्वाद के अलावा इससे हमारी सेहत को कोई भी लाभ नहीं मिलता है। ऐसे स्नैक्स दिल, लिवर से लेकर इम्यूनिटी को भी प्रभावित करता है। ये भी पढ़ें- Heart Attack Symptoms: हार्ट अटैक से 7 दिन पहले दिखने लगते हैं ये संकेत, क्या कहते हैं डॉक्टर

कौन-कौन से हैं ये 5 फूड्स?

पिज्जा- एक्सपर्ट के मुताबिक, पिज्जा 15 दिन में सिर्फ 1 बार ही खाना सही होता है। इसे खाने से लिवर पर सबसे ज्यादा असर होता है। पिज्जा के सिंगल स्लाइस में 250 से 300 कैलोरी और 600 मिलीग्राम सोडियम होता है। पिज्जा में मौजूद सॉस, चीज और अलग-अलग टॉपिंग्स कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है। बर्गर- यह भी एक प्रमुख स्नैक है, जो बच्चों से लेकर बड़ों के बीच पॉपुलर है। इसे लोग आए दिन खाते हैं और कुछ लोग रोज खाते हैं। बर्गर का बन भी हाई सेचुरेटेड सोडियम वाले मैदे से बना होता है। इसकी पैटी डीप फ्राई होती है, जो रिफाइंड तेल से बनी होती है। इसे खाने से भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, जो दिल की बीमारियों को बढ़ाते हैं। मोमोज- मैदे से बने मोमोज सबसे ज्यादा हानिकारक होते हैं। इन्हें महीने में 2 बार से ज्यादा नहीं खाना चाहिए जबकि कम प्राइस और तुरंत अवेलेबल होने के चलते रोड साइड स्नैक्स में सबसे ज्यादा पॉपुलर यही फूड है। मैदा फैटी लिवर और किडनी प्रॉब्लम्स का कारण बन सकता है। इसकी तीखी चटनी पाचन को बिगाड़ते हैं। पास्ता- व्हाइट सॉस, पिंक सॉस और रेड सॉस पास्ता, युवाओं में पॉपुलर पास्ता आजकल स्टेपल फूड की भूमिका निभाने लगा है। मैदे से बना पास्ता शुगर लेवल को बढ़ाता है। पास्ता खाने से चर्बी बढ़ती है, जो ओबेसिटी को बढ़ावा देते हैं। बच्चों को यह फूड 2-3 महीने में एकबार वहीं, अन्य लोगों को 1 महीने में एकबार इसे खाना चाहिए। आइसक्रीम-कोल्ड ड्रिंक- बच्चों को इन दोनों फूड्स की लत बहुत जल्दी लग जाती है। इन्हें खाने से उनके शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ती है। आइसक्रीम सैचुरेटेड फैट्स से भरपूर ये दोनों आइटम उनकी गट हेल्थ के लिए बिल्कुल सही नहीं है। वहीं, कोल्ड ड्रिंक के सेवन को पूरी तरह बंद करने की सलाह दी जाती है। ये भी पढ़ें- मोटापा सिर्फ पेट नहीं, बीमारियों का घर, इस सर्जरी की मदद से कम होगा वजन


Topics:

---विज्ञापन---