Covid Alert: दुनिया इस समय कोरोना संक्रमण से दोबारा जूझ रही है। इस वायरस से न सिर्फ एक बल्कि कई देश प्रभावित हो रहे हैं। भारत में भी 1000 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जो फिलहाल चिंताजनक नहीं है। मगर सावधानी नहीं बरती गई, तो रिस्क और संक्रमितों की दर बढ़ सकती है। हालांकि, इसके अलावा भी देश में इस समय बुखार और सर्दी-खांसी का मौसम चल रहा है। जी हां, यदि आपको बार-बार बुखार हो रहा है, सर्दी या खांसी हो रही है, तो हर बार ये कोरोना होना जरूरी नहीं है। ये मौसम बदलने की वजह से होने वाला सीजनल फीवर भी हो सकता है। चलिए जानते हैं इस पर डॉक्टर की राय।
क्या कहते हैं डॉक्टर?
झारखंड के पब्लिक हेल्थ सर्विस में कार्यरत डॉक्टर अनुज कुमार बताते हैं कि कोरोना के अलावा भी इन दिनों लोग वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं। यह आम बुखार है, जो मौसम में बदलाव के चलते आता है। हालांकि, बुखार कई बार 2 से 3 दिनों में खुद ही ठीक भी हो जाता है। मगर किसी-किसी को बुखार ज्यादा दिनों तक रहता है या फिर बार-बार बुखार आता है, तो उन्हें इसे इग्नोर करने से बचना चाहिए।
क्यों जरूरी सतर्कता?
डॉक्टर बताते हैं कि अगर कोई पहले से ही अन्य बीमारी से ग्रसित हैं, तो ऐसे लोगों को मौसम बदलते ही बुखार आ जाता है। इसलिए, इन लोगों को कभी भी हल्का-फुल्का बुखार नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर दवाई से भी बुखार कम ना हो या 3 दिनों के बाद भी बुखार रहता है, तो भी बुखार आम नहीं है। यदि किसी को बुखार के साथ-साथ पेट दर्द, डायरिया जैसे लक्षण हों, तो उसे भी अधिक सतर्क होने की जरूरत है। कई बार बुखार के साथ शरीर में लाल रंग के धब्बे भी दिखाई देते हैं, जो गंभीर समस्या का संकेत होता है।
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बुखार आने पर घर में करें ये काम
ज्यादा से ज्यादा आराम करें।
बुखार आने पर पैरासिटामोल की गोली ले सकते हैं।
ज्यादा से ज्यादा लिक्विड लें।
हेल्दी और लाइटवेट भोजन का सेवन करें।
साथ ही, वे बताते हैं कि लोगों में एक गलत अवधारणा है कि बुखार में चावल या अंडा नहीं खाना चाहिए। ऐसा नहीं है इन्हें बिलकुल खाया जा सकता है।
पीने का पानी उबाल कर और फिर ठंडा कर के पिएं।
गरम पानी में नमक डालकर गरारे करें ।
ओआरएस का घोल पिएं।
कब बुखार गंभीर?
1 हफ्ते के अंदर बुखार या शरीर का तापमान कम नहीं हो रहा है, तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से मिलें।
अगर दवा और घरेलू उपचार के बाद भी बुखार कम नहीं होता है, तो अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
बुखार के साथ और भी समस्याओं के होने पर चेकअप जरूर करवाएं।