नोएडा: सुपरटेक ट्विन टावर्स ढहाए जाने के बाद उसके मलबे की चपेट में आने से पास की एक सोसाइटी एटीएस की 10 मीटर की चारदीवारी क्षतिग्रस्त हो गई है। इस बारे में मीडिया को दिए बयान में नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी ने रविवार को कहा ने कहा कि विध्वंस सफलतापूर्वक किया गया था और आसपास के खाली सोसाइटियों के निवासियों को रात में अपने घरों में लौटने की अनुमति दी गई है।
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आगे सीईओ ने कहा, "सुपरटेक ट्विन टावर्स का नियोजित विध्वंस दोपहर 2:30 बजे सफलतापूर्वक किया गया। सफाई का काम शुरू हो गया है और आपूर्ति बहाली जल्द ही शुरू हो जाएगी।" उन्होंने आगे कहा कि विध्वंस से पहले और बाद में करीब सात बजे एक्यूआई डेटा लगभग समान है। एक्यूआई पर लगातार निगरानी की जा रही है। सीईओ ने कहा करीब 100 पानी के टैंकर और 300 सफाई कर्मचारी तैनात किए गए हैं।"
अभीपढ़ें– भारत में सुजुकी कंपनी के 40 साल पूरे, पीएम मोदी बोले- ये हमारी मजबूत पार्टनरशिप का प्रतीक है15 सेकंड में धाराशायी
बता दें कि सुपरटेक ट्विन टावर गिराने के लिए 3700 किलोग्राम विस्फोटक का उपयोग किया गया था। 9 साल तक चले कानूनी लड़ाई के बाद ये टावर आज मात्र 15 सेकंड में धाराशायी हो गया। ट्विन टावर के गिरने के बाद आसपास धुएं का गुब्बार फैल गया। ध्वस्त किए गए टावरों में एपेक्स (32 मंजिला) और सेयेन (29 मंजिला) शामिल था, जो एमराल्ड कोर्ट का हिस्सा था। दोनों टावरों के निर्माण के संबंध में कई नियमों का उल्लंघन पाया गया था जिसके बाद मामला पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद फैसला रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के पक्ष में गया।
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