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Explainer: क्या है अंतरिक्ष में 9.2 अरब प्रकाशवर्ष दूर खोजी गई ‘बिग रिंग’, जिसे देख वैज्ञानिक भी चौंके?

Big Ring discovered 9.2 billion light-years from Earth: खोजे गए इस बिग रिंग की खूबसूरत तस्वीरें सामने आईं हैं। यह आकाशगंगाओं और उनके समूह (ग्लेक्सी क्लस्टर्ड) से मिलकर बना है।

'बिग रिंग' संरचना की खोज

Scientists discovered Big Ring structure 9.2 billion light years away in space Universe: अंतिरक्ष के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए वैज्ञानिकों का प्रयास लगातार जारी है। इसमें नई सफलता मिलती रहती है। अंतरिक्ष में भी कई चौंकाने वाली चीजें मिल जाती हैं जिसके बारे में वैज्ञानिकों को ज्यादा पता नहीं होता है। इस बीच वैज्ञानिकों ने एक नई खोज की है जिसे देखकर वे भी हैरान हुए बिना नहीं रह सके। यह खोज ‘बिग रिंग’ संरचना की है। इसकी तस्वीरें भी जारी कर दी गईं हैं। यह बिग रिंग पृथ्वी से 9.2 बिलियन प्रकाशवर्ष दूर मिला है। यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लैंकशायर (यूसीएलएन) ने इसकी तस्वीरें शेयर की हैं। यह यूनिवर्सिटी इंग्लैंड की है।

यूसीएलएन की ही एक साइंटिस्ट पीएचडी छात्रा एलेक्सिया लोपेज़ ने इस बिग रिंग नाम के संरचना की खोज की है। उन्होंने ही पहले आकाश पर विशालकाय आर्क की भी खोज की थी। एलेक्सिया ने इसपर कहा है कि “ब्रह्मांड की हमारी वर्तमान समझ में इन दोनों अति-बड़ी संरचनाओं में से किसी की भी व्याख्या करना आसान नहीं है।” यूनिवर्सिटी ने एक ट्वीट कर लिखा है कि सुदूर ब्रह्मांड में दूसरी अति-बड़ी संरचना की खोज ब्रह्मांड विज्ञान के बारे में कुछ बुनियादी धारणाओं को और चुनौती देती है।

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आकाशगंगाओं और उनके समूह से मिलकर बना

सवाल है कि आखिर यह बिग रिंग क्या हो जो अंतरिक्ष में दिखी है। वैज्ञानिकों ने इसे लेकर कई दिलचस्प बातें शेयर की हैं। इसमें सबसे बड़ी बाद धरती से इसकी दूरी है। आकर्षक दिखने वाला यह बिग रिंग आकाशगंगाओं और उनके समूह से मिलकर बना है। बता दें कि आकाशगंगाओं के समूह को ग्लेक्सी क्लस्टर्ड कहते हैं। यूनिवर्सिटी का दावा है कि इसका व्यास (Diameter) 13 बिलियन प्रकाशवर्ष है। यह दूर यूनिवर्स में दूसरी सबसे बड़ी संरचना की खोज है। वहीं इसकी परिधि (Circumference) 4 बिलियन प्रकाशवर्ष है।

वैज्ञानिकों की समझ को मिली चुनौती

इसकी खोज से वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष के बारे में जानने में और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि इसके लेकर अभी तक उनकी समझ कुछ इससे कुछ अलग थी जिसे बदलना पड़ सकता है। बिग रिंग के व्यास को कवर करने के लिए लगभग 15 पूर्ण चंद्रमाओं की आवश्यकता होगी।

खोज करने वाली साइंटिस्ट ने क्या कहा

एलेक्सिया ने कहा बिग रिंग के अति-बड़े और विशिष्ट आकार और ब्रह्माण्ड संबंधी निकटता निश्चित रूप से हमें कुछ महत्वपूर्ण बता रहे होंगे-लेकिन वास्तव में क्या? “एक संभावना यह है कि बिग रिंग बैरोनिक Baryonic Acoustic Oscillations (BAOs) से संबंधित हो सकती है। हालांकि, बिग रिंग के विस्तार से विश्लेषण से पता चला कि यह वास्तव में बीएओ स्पष्टीकरण के साथ संगत नहीं है। बिग रिंग बहुत बड़ी है और गोलाकार नहीं है।

हम तक पहुंचने में लगा ब्रह्मांड का आधा जीवन-साइंटिस्ट

यूसीएलएन पीएचडी छात्र एलेक्सिया लोपेज ने कहा कि हम उम्मीद कर सकते हैं कि हमारे समस्त अवलोकनीय यूनिवर्स में शायद एक अत्यधिक बड़ी संरचना हो। फिर भी, बिग रिंग और जाइंट आर्क दो विशाल संरचनाएं हैं और यहां तक ​​कि ब्रह्माण्ड संबंधी पड़ोसी भी हैं, जो असाधारण रूप से आकर्षक है। यह डेटा जो हम देख रहे हैं वह इतना दूर है कि इसे हम तक पहुंचने में ब्रह्मांड का आधा जीवन लग गया है, यानी उस समय से जब ब्रह्मांड अब की तुलना में लगभग 1.8 गुना छोटा था।

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(www.patchhawaii.org)


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