Explainer: कौन थे हेनरी किसिंजर जिनकी मौत पर आंसू बहा रहा चीन? जानिए भारत के इस दुश्मन के बारे में
Henry Kissinger: हेनरी किसिंजर एक ऐसा नाम है जो भारत विरोधी और चीन समर्थक नीतियों के लिए जाना जाता है। यह नाम भारत को अभी भी अमेरिका को शक की नजर से देखने पर मजबूर करता है। 100 साल की उम्र में किसिंजर की मौत हो गई है। वे प्रतिभाशाली तो थे ही लेकिन उनका व्यक्तित्व बहुत विवादास्पद रहा है। वे भारत से नफरत करने वाले अमेरिकी डिप्लोमेट के रूप में जाने जाते हैं। अमेरिका का दुश्मन चीन हेनरी किसिंजर की मौत पर शोक मना रहा है। आखिर क्या है ऐसी वजह जिससे चीन हेनरी किसिंजर को इतना महत्व देता है। चीन को किसिंजर से क्या फायदा मिला।
किसिंजर ने चीन को बहुत फायदा पहुंचाया है। उनकी जगह कोई और होता तो चीन आज ऐसी तरक्की नहीं कर पाया होता। कुछ महीने पहले ही किसिंजर ने चीन की यात्रा की थी। तब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था। किसिंजर ने यहां तक कह दिया कि ताइवान को अलग देश नहीं मानना चाहिए। वे वन चाइना पॉलिसी के समर्थक थे। किसिंजर की वजह से चीन को व्यापार करने के बहुत बड़े अवसर मिले। दूसरा वे शुरुआत से ही भारत विरोधी थे। कहा जाता है कि किसिंजर की वजह से ही भारत आज भी अमेरिका पर पूरी तरह भरोसा नहीं कर पाता है।
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इंदिरा गांधी का किया अपमान
हेनरी किसिंजर की मौत को लेकर दुनियाभर में चर्चा हो रही है। उनपर लेख लिखे जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर कमेंट्स किए जा रहे हैं। किसिंजर ने अमेरिका की विदेश नीति को पूरी तरह से बदल दिया। किसिंजर अमेरिका के विदेश मंत्री थे और उनके समय रिचर्ड निक्सन अमेरिका के राष्ट्रपति थे। निक्सन ने इंदिरा गांधी के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। बांग्लादेश के पाकिस्तान से अलग होने के समय दोनों ने कई रुकावटें खड़ी कीं। उन्होंने उस समय भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी अपमानित करने की कोशिश की।
देखिए क्या कहा था हेनरी किसिंजर ने
चीन बता रहा अपना पुराना दोस्त
हेनरी किसिंजर का मानना था कि अमेरिका ने बहुत से लोगों को अपने देश में जगह देकर गलती की है। किसिंजर का दुनियाभर में बहुत प्रभाव पड़ा। उनकी मौत से चीन बहुत दुखी है। चीन उन्हें अपना पुराना मित्र बताते हुए श्रद्धांजलि दे रहा है। अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं होने के बावजूद भी किसिंजर की नीतियों की वजह से चीन को बहुत फायदा हुआ था। चीन इस समय जैसा है उसे वैसा बनाने में किसिंजर की महत्वपूर्ण भूमिका थी। भारत विरोध के साथ ही किसिंजर चीन समर्थक थे। उनकी वजह से चीन को बहुत फायदा हुआ।
क्या नीतियां थी हेनरी किसिंजर की
किसिंजर ने अमेरिका को लोकतंत्र और मानवाधिकारों को बढ़ावा देने की नीतियों को उलटकर सिर्फ अपने हित के लिए काम करने वाला देश बना दिया। किसिंजर का मानना था कि हमें उन बातों पर ही फोकस करना चाहिए जिससे हमें फायदा मिलता हो। उनकी वजह से अमेरिका ने सऊदी अरब समेत ऐसे देशों के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया जिनसे उसकी विचारधारा मेल नहीं खाती थी। बिना लोकतंत्र वाले देश भी अमेरिका के सहयोगी मिले। किसिंजर का जोर देश के ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने पर था। उनका मानना था कि किसी भी देश के अंदर कुछ भी गलत हो रहा है तो उससे अमेरिका को मतलब नहीं होना चाहिए। अमेरिका के लिए उसका हित ही सर्वोपरि होना चाहिए।
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