Who is Dileep: पिछले 8 साल से केरल हाई कोर्ट में एक चर्चित केस चल रहा है, जिसमें मलयालम फिल्मों के फेमस अभिनात दिलीप को बड़ी राहत लंबे समय के बाद मिली है. सोमवार यानी कि 7 दिसंबर को 2017 के इस केस में बड़ी राहत मिली है. एर्नाकुलम प्रिंसिपल सेशंस कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया और दिलीप को इस मामले से बरी कर दिया गया. जबकि 6 आरोपियों को किडनैपिंग और गैंग रेप का दोषी ठहराया है. उन पर विक्टिम का अपहरण और गैंगरेप के साथ अपराध का वीडियो रिकॉर्ड करने का भी आरोप सिद्ध हुआ है.
डिस्ट्रिक्ट और सेशंस जज हनी एम वर्गीस ने 2017 के इस केस पर सुनवाई की है. गोपालकृष्णन पद्मनाभन उर्फ एक्टर दिलीप को इस इस केस में सालों बाद की कार्रवाई के बाद बड़ी राहत मिली है. 8 साल के बाद केस पर फैसला सुनाया गया है. इसमें गवाहों की लंबी पूछताछ, हाई-प्रोफाइल गवाही और कई कानूनी चुनौतियां शामिल थीं.
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कोर्ट के फैसले पर क्या बोले दिलीप?
इसके साथ ही केरल हाई कोर्ट के फैसले पर दिलीप का रिएक्शन भी आया है. उन्होंने रिपोर्टर्स से बातचीत में फैंस का शु्क्रिया अदा किया. साथ ही कहा कि उनके साथ खड़े रहने वाले सभी लोगों के वह शुक्रगुजार हैं. साउथ अभिनेता ने भी बरी किए जाने पर खुशी जाहिक की और कहा कि फैसले के बाद उन्हें आखिरकार एक लंबी लड़ाई से राहत मिली है.
किडनैपिंग और गैंगरेप से जुड़े केस के बारे में
वहीं, अगर 2017 के किडनैपिंग और गैंगरेप से जुड़े इस केस के बारे में बात की जाए तो 17 फरवरी, 2017 की रात को एक्ट्रेस की किडनैपिंग की गई. केस रिकॉर्ड के मुताबिक, आरोपी नंबर 1 सुनील NS जबरन अभिनेत्री की कार में घुस गया. उसे पल्सर सुनी के नाम से भी जाना जाता है. उसने पांच और लोगों के साथ चलती कार में एक्ट्रेस के साथ मारपीट की और क्राइम का वीडियो रिकॉर्ड किया. इसमें गैग रेप भी शामिल है. जानकारी के मुताबिक, बताया जा रहा है कि इस मामले में 10 लोगों के नाम सामने आए थे, जिसमें एक्टर दिलीप का नाम भी शामिल था. इन पर ट्रायल चल रहा था.
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8 मार्च, 2018 को शुरू हुआ था ट्रायल
बताया जा रहा है कि इस केस की सुनवाई के दौरान कुछ को बरी कर दिया गया तो कुछ पहले ही अप्रूवर बन गए थे. पल्सर सुनी और दिलीप के साथ ही मार्टिन एंटनी, मणिकंदन बी, विजीश वीपी, सलीम एच उर्फ वदिवल सलीम, प्रदीप, चार्ली थॉमस, सनीलकुमार उर्फ मेस्थिरी सनील और जी सरथ पर ट्रायल चला था. इस मामले में 261 गवाहों से पूछताछ की गई साथ ही इसमें से 28 गवाह अपने बयान से मुकर गए. केस में ट्रायल 8 मार्च, 2018 को शुरू हुआ था.
कौन हैं दिलीप?
इसके साथ ही अब अगर दिलीप के बारे में बात की जाए तो उनका नाम गोपालकृष्णन पद्मनाभन है. उन्हें दिलीप के नाम से जाना जाता है. वह मलयालम फिल्मों के अभिनेता के साथ ही प्रोड्यूसर और एंटरप्रेन्योर हैं. दिलीप ने 150 से ज्यादा फिल्मों में एक्टिंग की है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मिमिक्री आर्टिस्ट के तौर पर की थी. उन्हें चार बार केरल स्टेट फिल्म अवॉर्ड और एक फिल्मफेयर अवॉर्ड साउथ भी मिल चुका है.
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दिलीप का करियर
दिलीप के करियर का टर्निंग प्वॉइंट कॉमेडी ऑडियो सीरीज 'धे मावेली कोम्बाथु' साबित हुई थी. उन्होंने फिल्मों में एंट्री निर्देशक कमल के असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर की थी. बाद में उन्होंने कमल की ही 'एन्नोदिष्टम कूडामो' (1992) में एक छोटा सा रोल किया था, जिससे उन्होंने एक्टिंग में डेब्यू किया था. वहीं, अगर उनके पहले लीड रोल के बारे में बात की जाए तो वह पहली बार फिल्म 'मनाथे कोट्टारम' (1994) में लीड रोल में नजर आए थे. इसके बाद 1996 में 'सल्लापम' और 'ई पुझायुम कडन्नू' से उन्हें बतौर एक्टर पॉपुलैरिटी मिली थी.
दिलीप पर लगे थे ये आरोप
गौरतलब है कि 2017 के गैंगरेप और अपहरण के केस में दिलीप की गिरफ्तारी 10 जुलाई, 2017 को हुई थी. उन पर साजिश रचने का आरोप लगा था. इसके बाद कोर्ट ने उन्हें रिमांड पर रखा था. इस गिरफ्तारी के बाद दिलीप की विभिन्न फिल्म संगठनों ने सदस्यता को रद्द कर दिया था. कई राजनीतिक दलों ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था. उनके बिजनेस फर्मों पर तोड़फोड़ तक की गई थी. बाद में उन्हें 3 अक्टूबर, 2017 को जमानत पर बेल मिल गई थी. फिर उन्होंने साल 2018 में केरल हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी. इसमें उन्होंने केरल पुलिस पर जानबूझकर फंसाने का आरोप लगाया था.