TrendingT20 World Cup 2026Bangladesh ViolencePollution

---विज्ञापन---

‘बवाल’ पर नया बवाल, ओटीटी से हटाने की उठी मांग, जानें वजह

Bawaal Remove From OTT: हाल ही में अभिनेता वरुण धवन (Varun Dhawan) और अदाकारा जान्हवी कपूर (Janhvi Kapoor) की फिल्म ‘बवाल’ ओटीटी पर रिलीज हुई है। फिल्म को प्राइम वीडियो पर रिलीज किया गया। वहीं, अब वरुण और जान्हवी की फिल्म को लेकर एक बार फिर से ‘बवाल’ मच गया है। दरअसल, इस फिल्म को […]

Bawaal Remove From OTT
Bawaal Remove From OTT: हाल ही में अभिनेता वरुण धवन (Varun Dhawan) और अदाकारा जान्हवी कपूर (Janhvi Kapoor) की फिल्म 'बवाल' ओटीटी पर रिलीज हुई है। फिल्म को प्राइम वीडियो पर रिलीज किया गया। वहीं, अब वरुण और जान्हवी की फिल्म को लेकर एक बार फिर से 'बवाल' मच गया है। दरअसल, इस फिल्म को ओटीटी से हटाने की मांग की जा रही है। यह भी पढ़ें- 25 कमरों की आलीशान हवेली में रहते थे फिल्म इंडस्ट्री के ‘भगवान’, लेकिन आखिरी वक्त चॉल में बीता, जानें क्यों?

Bawaal को ओटीटी से हटाने की उठी मांग

वरुण और जान्हवी की फिल्म 'बवाल' में आधुनिक रिश्ते और सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान एडॉल्फ हिटलर के अत्याचारों के बीच जो तुलना की गई है उस पर विवाद हो रहा है। दरअसल, यहूदी मानवाधिकार संगठन ने फिल्म को ओटीटी से हटाने की मांग है। इतना ही नहीं बल्कि नितेश तिवारी पर आरोप भी लगाया है कि उन्होंने उस युद्ध में मारे गए यहूदियों की स्मृति को धूमिल किया है।

इस सीन को लेकर जताई जा रही आपत्ति 

फिल्म में एक सीन ऐसा है, जिसमें दिखाया जाता है कि वरुण (अजय) और जाह्नवी (निशा) विदेश यात्रा पर जाते हैं। वे उस जगह पहुंच जाते हैं, वर्ल्ड वॉर 2 हुआ था। फिल्म के एक सीन में एक्ट्रेस जान्हवी कहती नजर आ रही है कि 'हम सब कुछ हद तक हिटलर की तरह हैं, है ना?' इसके आगे वो कहती हैं कि 'हर रिश्ता अपने Auschwitz से गुजरता है।' वहीं, इस फिल्म में गैस चैंबर में जो क्रूरता दिखाई गई है उसका इस्तेमाल दोनों के रिश्ते में बदलाव के लिए हुआ है और अब इसे लेकर आपत्ति जताई जा रही है।

रब्बी अब्राहम कूपर ने फिल्म की स्ट्रीमिंग पर की रोक लगाने की मांग

इतना ही नहीं बल्कि साइमन विसेन्थल सेंटर के एसोसिएट डीन और ग्लोबल सोशल एक्शन के निदेशक, रब्बी अब्राहम कूपर ने फिल्म को ओटीटी से इसकी स्ट्रीमिंग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि 'इस फिल्म से नितेश ने उन मारे गए 60 लाख यहूदियों और हिटलर के शासन से पीड़ित लाखों अन्य लोगों की स्मृतियों का अपमानित किया है।

संगठन का बयान

वहीं, संगठन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अगर फिल्म निर्माता का लक्ष्य कथित तौर पर नाजी मृत्यु शिविर में एक काल्पनिक दृश्य फिल्माकर अपनी फिल्म के लिए PR हासिल करना था तो वह सफल हो गए हैं। लेकिन अमेजन को नाजी नरसंहार के लाखों पीड़ितों की पीड़ा और सिस्टमैटिक मर्डर की इस बेवकूफाना कहानी 'बवाल' की स्ट्रीमिंग तुरंत बंद करनी चाहिए।


Topics:

---विज्ञापन---