UP police change complaint of rape in case of assault: (अतुल यादव ) राम राज्य कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक बार फिर से शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां की रहने वाली एक युवती ने गांव के ही दो आरोपितों पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, इसी मामले में पीड़िता ने यूपी पुलिस के पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने साथ हुई वारदात की तहरीर स्थानीय थाने पर दी थी लेकिन थाने की पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिए पीड़िता की तहरीर बदलवा दी और मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। इतना ही नहीं, पुलिस की ओर से दुष्कर्म के बजाए आरोपियों का शांति भंग की धाराओं में चालान कर दिया गया, जिसके बाद उन्हें एसडीएम से जमानत मिल गई।
पीड़िता ने कासगंज एसपी से लगाई न्याय की गुहार
स्थानीय थाने के इंस्पेक्टर की ओर से हुए इस बर्ताव के साथ उसके साथ हुई इस घटना को लेकर पुलिस थाने से कोई कार्रवाई न होते देख पीड़िता कासगंज एसपी से मिलने पहुंची। एसपी से हुई मुलाकात के दौरान पीड़िता ने एसपी के आगे अपना दर्द बयां किया, जिसके बाद कासगंज पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने लापरवाही के आरोप में थाने के इंस्पेक्टर को सस्पेंड करते हुए पीड़िता के प्रार्थना पत्र पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
दो सगे भाइयों ने युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात को दिया था अंजाम
मिली जानकारी के अनुसार, यूपी के कासगंज जिले के सोरोंजी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती शुक्रवार को एसपी कार्यालय पर पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित से मिलने पहुंची। मुलाकात के दौरान पीड़िता का आरोप था कि दिनांक 4 नवंबर 2023 को वह अपने खेत पर जा रही थी तभी गांव के ही दो नामजद आरोपी व सगे भाई अजनेश तथा विजनेश ने उसके साथ दुष्कर्म किया तथा विरोध करने पर पीड़िता की मारपीट की। इतना ही नहीं, विरोध करने के दौरान दोनों आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।
पीड़िता ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी, जिसके बाद परिजनों ने सोरों जी कोतवाली में नामजद आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों का पक्ष लेते हुए दुष्कर्म की घटना की तहरीर को बदलवाकर महज मारपीट की घटना में रिपोर्ट दर्ज कर ली, जिसके बाद दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर शांति भंग की धाराओं में चालान कर दिया और इसी के चलते आरोपियों को एसडीएम के पास से जमानत मिल गई।
एसपी ने पीड़िता के आरोपों को सुनकर इंस्पेक्टर को किया सस्पेंड
थाने के इंस्पेक्टर की ओर से दिखाई गई लापरवाही और आरोपियों के खिलाफ समुचित कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने आज शुक्रवार को कासगंज एसपी सौरभ दीक्षित को शिकायती पत्र सौंप कर न्याय की गुहार लगाई। पीड़िता के आरोपों पर एसपी ने नाराजगी जताते हुए कोतवाली सोरोंजी के निरीक्षक (अपराध) सत्य प्रकाश से मामले की जानकारी मांगी तथा लापरवाही सामने आते ही उन्हें सस्पेंड कर दिया और साथ ही अबिलम्ब चार्ज छोड़ने के निर्देश दिए।
हाईकोर्ट की ओर से भी यूपी पुलिस को लग चुकी है फटकार
आपको बता दें कि "सुरक्षा आपकी, संकल्प हमारा" मोटो के साथ यूपी पुलिस अक्सर सवालों के घेरे में रहती है। आम जनता के इन रक्षकों पर कभी पीड़ित को प्रताड़ित करने का आरोप लगता है तो कभी मामले को दबाने को लेकर सवाल उठते हैं। यूपी पुलिस की ओर से लगातार दिखाई जा रही ऐसी लापरवाही के चलते कई बार प्रयागराज हाईकोर्ट यूपी पुलिस को फटकार भी चुका है।