Gold Trends 2025: सोने की चढ़ती कीमतों ने गोल्ड लोन में इजाफा किया है। बीते कुछ समय में सोने के दाम बहुत तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में इस चढ़ती कीमत का लाभ उठाने के लिए लोग गोल्ड लोन लेकर अपनी जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। सोना महंगा होने से उन्हें पहले के मुकाबले ज्यादा लोन मिल रहा है। गोल्ड लोन लेने वालों में महिलाओं की तादाद काफी ज्यादा है।
36% का आया उछाल
निति आयोग, ट्रांसयूनियन सिबिल और माइक्रोसेव कंसल्टिंग द्वारा तैयार रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में कर्ज लेने वाली महिलाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। खासकर, महिलाएं गोल्ड लोन को तवज्जो दे रही हैं। 2019 से 2024 के बीच महिलाओं में गोल्ड लोन लेने के मामले में 6% का उछाल आया है। 2024 में, महिलाओं द्वारा लिए गए कुल लोन में से 36% गोल्ड लोन थे, जबकि 2019 में यह आंकड़ा महज 19% था।
पहले से ज्यादा हुए लोन
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2019 से 2024 के दौरान रिटेल लोन लेने वाली महिलाओं की संख्या में 22% की एनुअल कंपाउंडेड ग्रोथ रेट (CAGR) से वृद्धि हुई है। यह दर्शाता है कि महिलाएं आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पहले से ज्यादा लोन ले रही हैं। सबसे खास बात यह है कि कर्ज लेने वाली लगभग 60% महिलाएं छोटे शहरों या गांवों से हैं।
बिजनेस लोन भी बढ़े
सभी तरह के लोन में महिलाओं की हिस्सेदारी में इजाफा हुआ है. वह बिजनेस के साथ-साथ अपने पर्सनल जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन ले रही हैं। महिलाओं द्वारा बिजनेस लोन में इजाफे से पता चलता है कि वह अपना बिजनेस सेटपअप करने को लेकर अब पहले से ज्यादा गंभीर हो गई हैं। इसके साथ ही महिलाएं अपने क्रेडिट स्कोर को लेकर भी ज्यादा जागरुक हो रही हैं।
गोल्ड लोन ही क्यों?
गोल्ड लोन की तरफ बढ़ते रुझान के कई कारण हैं। सबसे पहला तो यही कि इसमें दूसरे लोन जितनी कागजी कार्रवाई नहीं करनी पड़ती। गोल्ड लोन हासिल करना अपेक्षाकृत सरल है। इसलिए लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए गोल्ड लेने में ज्यादा विश्वास करते हैं। इसके अलावा, सोने की चढ़ती कीमतों से भी गोल्ड लोन के प्रति रुझान बढ़ा है। क्योंकि लोगों को अपने सोने पर पहले से ज्यादा लोन मिल रहा है। वह उतने ही सोने में ज्यादा लोन लेकर अपनी ज्यादा जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हो गए हैं।
क्या सस्ते होंगे गोल्ड लोन?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद कुछ बैंकों ने अपने लोन सस्ते किए हैं, लेकिन गोल्ड लोन के सस्ता होने की उम्मीद कम है। कुछ वक्त पहले मुथूट फाइनेंस के प्रबंध निदेशक (MD) जॉर्ज अलेक्जेंडर मुथूट ने मिंट से बातचीत में कहा था कि रेपो रेट में कटौती से गोल्ड लोन सस्ता होने की संभावना नहीं है। उनके अनुसार, RBI की कटौती से फंड की लागत में मामूली कमी आने की उम्मीद है और इसलिए गोल्ड लोन के सस्ता होने की संभावना नहीं है। कॉस्ट ऑफ फंड में 5-10 आधार अंकों की कमी आ सकती है। ऐसे में मुझे उम्मीद नहीं है कि लेंडिंग रेट में इतनी कमी आएगी। हालांकि, हम मार्जिन को 10.0-10.5% पर बनाए रखेंगे।
क्या और बढ़ेगी कीमत?
सोने की कीमत की बात करें, तो उसके दाम और तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते ट्रेड वॉर तेज होने की आशंका गहरा गई है। अमेरिका को जवाब देते हुए चीन और कनाडा ने भी टैरिफ का ऐलान किया है। जानकारों का मानना है कि इससे सोने में निवेश बढ़ेगा और डिमांड में इजाफा होने से इसकी कीमत भी चढ़ सकती है।