Small Savings Scheme Interest Rates: क्या आप भी सरकार द्वारा चलाई जा रही छोटी बचत योजनाएं जैसे- सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ, किसान विकास पत्र या नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट आदि में इन्वेस्ट करते हैं तो ये आपके लिए काम की खबर हो सकती है। जी हां, सरकार की ओर से जल्द ही छोटी सेविंग करने वाले निवेशकों को तोहफा दिया जा सकता है। रिपोर्टों की मानें तो नरेंद्र मोदी सरकार इन योजनाओं में निवेश के लिए ब्याज रेट में बढ़ोतरी कर सकती है।
इसी महीने के आखिरी तक हो सकती है घोषणा
केंद्र सरकार की ओर से 29 और 30 सितंबर को छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दर में बढ़ोतरी की जा सकती है। वित्त मंत्रालय की ओर से हर तीसरे महीने स्मॉल सेविंग स्कीम पर दी जाने वाली ब्याज दर की समीक्षा की जाती है। ऐसे में सरकार की ओर से जून के बाद ये समीक्षा सितंबर के आखिरी दिन तक हो सकती है। इससे पहले सरकार ने 30 जून की समीक्षा बैठक में कुछ स्मॉल सेविंग स्कीम (SSY) के ब्याज दर को बढ़ाया था।
साल 2020 से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
आपको जानकारी के लिए बता दें कि छोटी बचत योजनाओं में शामिल पीपीएफ के ब्याज दरों में अप्रैल 2020 से कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आगामी समीक्षा बैठक के दौरान सरकार पीएफ के ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है। अन्य छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में पहले भी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन अप्रैल 2020 से पीपीएफ के ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
करोड़ों निवेशकों का पीपीएफ में निवेश
भारत में करोड़ों निवेशक पीपीएफ में निवेश करते हैं। पीपीएफ का महत्व समझते हुए सरकार द्वारा इसकी दरों को स्थिर रखा जाता है। हालांकि, पिछले कई साल से इसमें लंबे समय से कोई बदलाव नहीं हुआ है। मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1 प्रतिशत का ब्याज दर है।