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RBI ने रेपो रेट में नहीं किया बदलाव, होम लोन की EMI पर कैसा पड़ेगा असर?

RBI Monetary Policy 2025: आरबीआई की एमपीसी मीटिंग के नतीजे सामने आ गए है. इस बैठक में रेपो रेट में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया है. 29 सितंबर से शुरू हुई बैठक खत्म होने के साथ-साथ गवर्नर संजय मल्होत्रा ने दी जानकारी.

RBI Monetary Policy 2025: भारतीय रिजर्व बैंक की MPC मीटिंग के नतीजे आ गए हैं. गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो रेट में किसी बदलाव को कोई ऐलान नहीं किया है. यह मीटिंग 29 सितंबर से शुरू हुई थी जिसकी पूरी जानकारी आज संजय मल्होत्रा ने जारी कर दी है. इससे साफ होता है कि आपके लोन की EMI पर कोई भी बदलाव नहीं हुआ है. अगस्त के बाद अक्टूबर की मीटिंग में भी रेपो रेट की दर 5.5% रही है. इससे पहले 3 बार रेपो दरों में कटौती की जा चुकी है.

आज की बैठक अहम

इस बैठक की अध्यक्षता आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा करेंगे. यह मीटिंग 29 सितंबर से शुरू हुई थी और 1 अक्टूबर यानी आज तक चलेगी. मीटिंग सुबह 10 बजे शुरू हुई थी. इस बैठक में कुल छह सदस्यों ने भाग लिया था. मीटिंग के परिणामों की घोषणा प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए की गई . इसमें रेपो रेट और अन्य प्रमुख नीतिगत उपायों के बारे में बताया गया जिसमें रेपो रेट में अगस्त के बाद दूसरी बार किसी भी तरह कोई बदलाव नहीं हुए हैं.

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रेपो रेट में बदलाव न होने से Home Loan पर कैसा असर?

आज की बैठक में रेपो रेट की दरों को 5.50% ही रखा गया है. अंतिम कटौती जून में गी गई थी. RBI ने रेपो रेट में बदलाव नहीं किया है तो इससे होम लोन लेने वालों के लिए कोई राहत नहीं होगी. मौजूदा और नई लोन की ब्याज दरें स्थिर रहेंगी, जिससे EMI में कोई कमी नहीं आएगी. इसका मतलब है कि आपका मासिक कर्ज का बोझ वही रहेगा और त्योहारों या अन्य मौकों पर आर्थिक फायदा नहीं मिलेगा.

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Repo Rate में कटौती से क्या होता?

रेपो रेट की दरों में कटौती होने से यह इस वर्ष की चौथी कटौती हो सकती थी. फिलहाल, रेपो रेट की दर 5.50% है जो उतनी ही बरकरार रखी गई है. आरबीआई चार एमसपीसी मीटिंग में से 3 में रेपो रेट की दरों को कम कर चुका है. इनमें फरवरी, अप्रैल और जून में हुई मीटिंग में यह फैसला लिया गया था. अगस्त की मीटिंग में भी कोई कटौती नहीं हुई थी. इस कड़ी में अक्टूबर भी शामिल हो गया है.

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