अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को लेकर भारत में चिंता बढ़ रही है। हाल ही में ट्रंप ने ऑटो टैरिफ का ऐलान किया है और 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू कर रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बड़ी चेतवानी दी है। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि ट्रंप टैरिफ से भारत की अर्थव्यस्था बर्बाद हो सकती है।
जवाब देने की रणनीति जरूरी
पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार से टैरिफ युद्ध की धमकी पर भारत की प्रतिक्रिया स्पष्ट करने को कहा है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि इस मामले में संसद में न तो कोई चर्चा हुई और न ही विपक्षी दलों के साथ परामर्श किया गया। एनडीटीवी से बात करते हुए चिदंबरम ने कहा कि यदि भारत सरकार की यह धारणा है कि अमेरिका एक कदम आगे और दो कदम पीछे जा रहा है, तो हमारे पास उसका जवाब देने के लिए एक नीति होनी चाहिए।
ऑटो सेक्टर को बड़ा नुकसान
कांग्रेस लीडर ने कहा कि इस मामले में अधिकांश मंत्री अंधेरे में हैं। उन्होंने पूछा कि अमेरिका की अनिश्चित नीति के प्रति इस प्रतिक्रियात्मक नीति को बनाने में कौन शामिल है? चिदंबरम ने कहा कि अमेरिका में आयातित ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट्स पर 2 अप्रैल से 25 प्रतिशत टैरिफ लागू होगा। इससे भारतीय ऑटो एंसिलरी फर्मों को सबसे ज्यादा झटका लगेगा, क्योंकि वे अमेरिका को कंपोनेंट निर्यात करती हैं। ऑटो कंपोनेंट सेक्टर के राजस्व का लगभग 5वां हिस्सा निर्यात से आता है और इसमें से 27 प्रतिशत हिस्सेदारी अकेले अमेरिकी बाजार की है।
सरकार को दी ये सलाह
उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि अगर आप संसद में सार्वजनिक चर्चा नहीं चाहते हैं, तो आपको कम से कम संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख विपक्षी दलों को आमंत्रित करना चाहिए। उनके नेताओं को विश्वास में लेना चाहिए कि वैकल्पिक परिदृश्यों पर क्या काम किया जा रहा है। पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि भारत को अपना हित सर्वोपरि रखना चाहिए। हालांकि, कई देश इस बात पर एकमत हैं कि अमेरिका द्वारा लगाया गया एकतरफा शुल्क अस्वीकार्य है।
ऐसे हो जाएंगे बर्बाद
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि हम एक प्रमुख कृषि और प्रमुख कपड़ा निर्यातक हैं। हम औद्योगिक सामान भी निर्यात करते हैं। इसलिए हमें उन देशों के साथ मिलकर काम करना चाहिए जो कृषि निर्यात, कपड़ा निर्यात और औद्योगिक सामान निर्यात के लिए विश्व बाजार में हैं। हमें उनके साथ एक साझा दृष्टिकोण विकसित करना चाहिए। अगर ट्रंप एक बार में एक देश को चुनते हैं और टैरिफ लगाते हैं, तो यह उस देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगा। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि वह भारत को चुनते हैं और अन्य देशों को छोड़ देते हैं और कहते हैं कि भारत के सामान पर टैरिफ लगेगा, तो हम बर्बाद हो जाएंगे। तीन से छह महीने के भीतर, हमारी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी।