Mobile Insurance : आज के समय फोन लोगों के दिल के सबसे करीब हो गया है। रील देखने से लेकर लोगों से बात करने तक में इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल होने लगा है। बारिश में फोन जैसी डिवाइस के खराब होने की आशंका काफी बढ़ जाती है। कई बार इसके बारिश में भीगने और पानी में गिरने का डर रहता है। अगर फोन महंगा है तो इसे सही कराने में भी काफी रकम खर्च होती है। ऐसे में आप मोबाइल इंश्योरेंस करा सकते हैं ताकि फोन के खबरा होने पर जेब पर बोझ न बढ़े।
कितना आता है खर्च?
जब भी कोई शख्स मोबाइल खरीदता है तो कई कंपनियां फोन पर इंश्योरेंस की सुविधा देती हैं। ऑनलाइन खरीदते समय भी इंश्योरेंस लिया जा सकता है। वहीं अगर तब इंश्योरेंस नहीं लेते हैं या ऑफलाइन फोन खरीदते हैं तो फोन खरीदने के 15 दिनों के अंदर मोबाइल इंश्योरेंस लिया जा सकता है। इंश्योरेंस की कीमत करीब एक हजार रुपये से शुरू हो जाती है। जितना महंगा फोन होगा, इंश्योरेंस का प्रीमियम उतना ही ज्यादा होता है। फ्लिपकार्ट पर आईफोन 15 प्रो के एक साल के इंश्योरेंस का प्रीमियम करीब 17 हजार रुपये है।
क्या होता है कवर
मोबाइल इंश्योरेंस में फोन खराब होने से लेकिन चोरी होने तक लगभग सारी चीजें कवर होती हैं। इसमें ये 5 कवर मुख्य हैं:
1. चोरी से सुरक्षा
चोरी हुए फोन का वापस मिलना काफी मुश्किल होता है। अगर आपका फोन चोरी हो जाता है तो इंश्योरेंस कंपनी की ओर से आपको इसकी कीमत मिल जाती है। कई बार फोन की पूरी कीमत ही कंपनी दे देती है।
2. गुम होने पर मुआवजा
कई बार हम फोन को बाहर किसी जगह रखकर भूल जाते हैं और वहां से आ जाते हैं। जब ध्यान आता है तो वहां जाकर पता चलता है कि फोन तो है ही नहीं। ऐसी स्थिति में कंपनियां बहुत ज्यादा कीमत नहीं देतीं क्योंकि इसमें ग्राहक की ही गलती मानी जाती है। हालांकि मुआवजे के रूप में कुछ रकम जरूर मिल जाती है।
3. स्क्रीन टूटने पर रिप्लेसमेंट
कई बार फोन जेब से गिर जाता है या बात करते-करते हाथ से फिसल जाता है। ऐसे में फोन की स्क्रीन टूटने का सबसे ज्यादा डर होता है। यह फोन का सबसे महंगा पार्ट होता है। कई बार नई स्क्रीन फोन की आधी कीमत से भी ज्यादा में लगती है। अगर आपने मोबाइल इंश्योरेंस ले रखा है तो स्क्रीन बदलवाने में आपको कुछ भी रकम नहीं देनी होगी।
4. फोन में खराबी आने पर
कई बार फोन में ऐसी खराबियां भी आ जाती हैं जिन्हें सही कराना काफी महंगा पड़ता है। महंगे फोन के साथ यह समस्या ज्यादा होती है। अगर आपने इंश्योरेंस ले रखा है तो फोन की हर खराबी सही कर दी जाती है और आपकी जेब पर कोई बोझ भी नहीं पड़ता।
5. पानी जाने पर
कई बार फोन में खराबी उसमें पानी जाने पर भी हो जाती है। बारिश के मौसम में फोन में पानी जाने का डर ज्यादा होता है। वहीं जगह-जगह पानी भरे होने से फोन के पानी में गिरने की भी आशंका रहती है। ऐसे में मोबाइल इंश्योरेंस आपके सारे डर को दूर कर देता है और पानी से किसी भी तरह से फोन में आई परेशानी को सही कराने में आया खर्च इंश्योरेंस कंपनी चुकाती है।
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