Maha Kumbh 2025 Blinkit Temporary Store: प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में आयोजित किए गए महाकुंभ मेले ने न केवल देश के करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित किया है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सुर्खियां बटोरी हैं। हालांकि मेले में लोगों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और बेसिक जरूरतों को पूरा करने में समस्या हो रही है। ऐसे में इस मेले में आने वाले लाखों लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए Blinkit ने एक टेम्परेरी स्टोर शुरू किया है। Blinkit के सीईओ, अलबिंदर ढींदसा ने इस नई पहल की जानकारी अपने ऑफिशियल X पर दी। आइए इसके बारे में जानते हैं।
महाकुंभ के लिए Blinkit का खास स्टोर
Blinkit के सीईओ ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि आज हमने महाकुंभ मेला, प्रयागराज में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सेवा के लिए एक अस्थाई Blinkit स्टोर खोला है। ये स्टोर 100 वर्ग फुट के क्षेत्र में बनाया गया है और इसे खासतौर पर मेले के मुख्य क्षेत्रों जैसे अरैल टेंट सिटी, डोम सिटी, ITDC लग्जरी कैंप और देवरख में आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी के लिए तैयार किया गया है।
अलबिंदर ढींदसा ने बताया कि हमारी टीम श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई आवश्यक वस्तुओं की सूची के साथ तैयार है। इनमें पूजा सामग्री, दूध, दही, फल, सब्जियां, और दान के लिए जरूरी सामान शामिल हैं। इसके अलावा, स्टोर में चार्जर, पावर बैंक, तौलिया, कंबल, बेडशीट, और त्रिवेणी संगम जल की बोतलें जैसी वस्तुएं भी उपलब्ध हैं, जो महाकुंभ में आए लोगों की सुविधा के लिए खासतौर पर रखी गई हैं।
ग्लोबल लेवल पर महाकुंभ की चर्चा
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित महाकुंभ अब ग्लोबल लेवल पर भी चर्चा में है। इस बार 10 विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों का 21-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रयागराज के संगम पर पहुंचा। यह प्रतिनिधिमंडल भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के एक्सटर्नल पब्लिसिटी और पब्लिक डिप्लोमेसी डिवीजन के निमंत्रण पर बुधवार को प्रयागराज पहुंचा।
महाकुंभ में भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने पूरे मेले क्षेत्र को ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया है। संगम तक जाने वाले सात मेन रास्तों पर यातायात के लिए विशेष डाइवर्जन योजना बनाई गई है।
इसके अलावा, यहां 2,751 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें 328 एआई-बेस्ड कैमरे भी शामिल हैं। इनका उपयोग संगम और टेंट सिटी जैसे मेन लोकेशन पर निगरानी और भीड़ की मैनेजमेंट के लिए किया जा रहा है। साथ ही, पुलिस ने एआई-पावर्ड एनालिटिक्स सिस्टम भी तैयार किए हैं, ताकि सुरक्षा को और मजबूत बनाया जा सके।
यह भी पढ़ें - कम सैलरी और टॉक्सिक वर्क कल्चर पर क्या बोले Infosys CEO Salil Parekh?