Business World Latest update: भारतीय अरबपति बिजनेसमैन गौतम अडानी ने एक बार फिर दुनिया के शीर्ष-20 सबसे अमीर लोगों में अपनी जगह बना ली है, जिससे अडानी समूह के स्वामित्व वाली कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 1.33 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया है। वहीं, ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स में अडानी अब 19वें स्थान पर हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार उनकी कुल संपत्ति में 6.5 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी देखी गई है।
भारतीय कारोबारी गौतम अडानी की अगुवाई वाले अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों में तूफानी तेजी देखने को मिली है। कंपनी के शेयरों में सुप्रीम कोर्ट में हुई हाल ही की सुनवाई का बेहद सकारात्मक असर देखने को मिला है।#AdaniGroup pic.twitter.com/t7ozaFTM0o
---विज्ञापन---— Gautam Bhai Adani parody (@BusinessKaBhai) November 29, 2023
शेयरों में आई तेजी
दरअसल, समूह के खिलाफ बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की जांच पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों के बाद अदानी समूह के सभी 10 शेयरों में जोरदार तेजी देखी गई है, जिससे शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। वहीं, इस दौरान अडानी के सभी शेयरों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण बुधवार को 33,000 करोड़ रुपये से अधिक बढ़कर 11.6 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
भारतीय अमीरों में दूसरे स्थान पर
भारतीय अमीरों की सूची में मुकेश अंबानी के बाद अडानी दूसरे स्थान पर हैं। रिपोर्ट जारी होने के एक महीने के भीतर जनवरी में हिंडनबर्ग अनुसंधान रिपोर्ट के नतीजे के कारण उनकी रैंकिंग 25 अंक से नीचे गिर गई। वहीं, उन्होंने साल की शुरुआत दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी के रुप में की थी। वहीं, शुक्रवार 24 नवंबर को शीर्ष अदालत ने कहा था कि उसके पास समूह के खिलाफ बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की जांच को बदनाम करने का कोई कारण नहीं है। इस दौरान कोर्ट ने अदानी-हिंडनबर्ग विवाद से संबंधित याचिकाओं के एक बेंच पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था।
यह भी पढ़ें- अश्नीर ग्रोवर ने BharatPe के खिलाफ पोस्ट के लिए मांगी माफी, कोर्ट ने लगाया 2 लाख का जुर्माना
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि बाजार नियामक ने जो किया है, उस पर संदेह करने के लिए उसके सामने कोई साक्ष्य नहीं था और अदालत को हिंडनबर्ग रिपोर्ट में बताई गई बातों को (मामलों की सच्चाई) के रूप में मानने की जरूरत नहीं है। कोर्ट ने यह भी कहा कि वह किसी वैधानिक नियामक से मीडिया में प्रकाशित किसी बात को ईश्वरीय सत्य मानने के लिए नहीं कह सकती है।
इस दौरान मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने सेबी से यह भी पूछा कि वह भविष्य में यह सुनिश्चित करने के लिए क्या करना चाहता है कि निवेशकों को शेयर बाजार में अस्थिरता या कम बिक्री के कारण पैसों का नुकसान न हो। अदालत ने कहा कि उसके लिए यह तय करना उचित नहीं होगा कि बिना किसी साक्ष्य के विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया।
बता दें कि ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों की कुल संपत्ति को दर्शाता है। इस सूची में पहले तीन स्थानों पर एलन मस्क ($228 बिलियन), जेफ बेजोस ($177 बिलियन) और बर्नार्ड अरनॉल्ट ($167B) का कब्जा है।