नई दिल्ली: महंगाई के मोर्चे पर आम लोगों के लिए थोड़ी चिंता की खबर है। सरसों के तेल में भाव में गिरावट के बीच पिछले कुछ दिनों से दाल की कीमत में तेजी देखी जा रही है। पिछले कुछ हफ्तों में अरहर और उड़द दाल की कीमतों में 15 फीसदी तक की उछाल आई है। एक आंकड़े के मुताबिक लातूर में अच्छी क्वॉलिटी की अरहर की जो दाल पहले के 97 रुपये प्रति किलो थी वो बढ़कर 115 रुपये प्रति किलो हो गई है।
बाजार के जानकारों के मुताबिक बारिश और बाढ़ के कारण चालू खरीफ सीजन में दाल के प्रमुख क्षेत्रों में खेती के रकबे में कमी आई है। कृषि मंत्रालय की ओर से बुवाई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अरहर का रकबा पिछले साल के मुकाबले इस साल 4.6 फीसदी कम है, जबकि उड़द का रकबा 2 फीसदी कम है। वर्षा और जलजमाव के कारण फसल के नुकसान की चिंता भी बढ़ गई है।
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बताया जा रहा है कि कमजोर स्टाक और खरीफ फसल को नुकसान की आशंका के बीच तुवर के स्टाकिस्टों की सक्रियता बढ़ गई है। व्यापारियों का कहना है कि तुवर का जिनके पास स्टाक है वह मजबूती के साथ पकड़ बनाए हुए है।
पिछले कुछ सप्ताह में तुवर दाल की कीमत में 300 रुपये प्रति क्विंटल तक की तेजी देखने को मिल रही है। फिलहाल महाराष्ट्र सफेद तुवर 8000-8300, कर्नाटक 8200-8500 और निमाड़ी 7000-8000 रुपये प्रति क्विंटल बीच है।
फिलहाल मसूर, चना और मूंग दाल की कीमतें सीमित दायरे में बनी हुई है।
इस बीच सरसों तेल के भाव में पिछले साल के मुकाबले 30 रुपये लीटर तक कमी देखी जा रही है।
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