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देश के 44 हवाई अड्डों पर नहीं है रात में लैंडिंग की सुविधा, शिमला, देवघर और दरभंगा जैसे शहर लिस्ट में शामिल

नई दिल्ली: राज्यसभा में सोमवार को बताया गया कि देश में कुल 44 ऑपरेशनल एयरपोर्ट ऐसे हैं, जहां सिविल ऑपरेशन के लिए नाइट लैंडिंग की सुविधा नहीं है। इन हवाई अड्डों में शिमला, कुशीनगर, दरभंगा, देवघर, बिलासपुर जैसे कई अन्य शहर शामिल हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सोमवार को राज्यसभा में एक लिखित जवाब में […]

नई दिल्ली: राज्यसभा में सोमवार को बताया गया कि देश में कुल 44 ऑपरेशनल एयरपोर्ट ऐसे हैं, जहां सिविल ऑपरेशन के लिए नाइट लैंडिंग की सुविधा नहीं है। इन हवाई अड्डों में शिमला, कुशीनगर, दरभंगा, देवघर, बिलासपुर जैसे कई अन्य शहर शामिल हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सोमवार को राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा, 'नाइट लैंडिंग सुविधा का प्रावधान विशुद्ध रूप से एयरलाइनों की मांग और परिचालन आवश्यकताओं पर आधारित है।' उन्होंने कहा कि रात में फ्लाइट ऑपरेशनल एक सतत प्रक्रिया है और इसमें भूमि की उपलब्धता के आधार पर भी समय-समय पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और अन्य हवाईअड्डा संचालकों द्वारा समीक्षा की जाती है।' और पढ़िएAdani Group stocks: सभी 10 लिस्टेड कंपनियों के शेयर लाल निशान में, अडानी एंटरप्राइजेज 7% से अधिक गिरा

ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे

केंद्र सरकार ने देश में 21 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे स्थापित करने के लिए काम चालू करने हेतु मंजूरी दे दी है। इनमें मोपा (गोवा), नोएडा (जेवर), नवी मुंबई और धोलेरा भी मौजूदा हवाईअड्डों के अतिरिक्त हवाई अड्डों के रूप में काम करेंगे। चेन्नई के लिए दूसरे हवाई अड्डे के रूप में, तमिलनाडु की राज्य सरकार ने तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले के परंदुर में एक नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के विकास के लिए 'साइट-क्लीयरेंस' देने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय को एक आवेदन प्रस्तुत किया है। यह प्रस्ताव भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI), नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और रक्षा मंत्रालय (MoD) द्वारा की गई समीक्षा के आधार पर था। और पढ़िए RBI interest rate: अप्रैल में और नहीं बढ़नी चाहिए ब्याज दर, SBI Research ने लगाए ऐसे कयास वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्रालय को उत्तराखंड के पंतनगर में एक नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के विकास के लिए 'साइट-क्लीयरेंस' के लिए एक आवेदन प्राप्त हुआ था। हालांकि, दिसंबर 2022 में, उत्तराखंड सरकार ने उनके आवेदन को स्थगित रखने का अनुरोध किया, क्योंकि फिलहाल मौजूदा पंतनगर हवाई अड्डे के विस्तार पर वैकल्पिक रूप से विचार किया जा रहा है। और पढ़िएबिजनेस से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहां पढ़ें


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