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ABS: हर टू-व्हीलर में क्यों जरूरी है एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम? जानें सबसे बड़े कारण

ABS का मुख्य उद्देश्य वाहन को नियंत्रित करना और स्टीयरिंग कंट्रोल बनाए रखना है। लेकिन अभी अभी 125cc इंजन से ऊपर हर बाइक या स्कूटर में ABS शामिल है पर 100cc से लेकर 125cc इंजन वाले टू-व्हीलर्स में इस फीचर की कमी देखने को मिलती है।

Anti-lock braking system: आजकल सभी कारों में एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) को स्टैण्डर्ड फीचर के तौर पर देना अनिवार्य कर दिया है, क्योंकि यह एक बेहद जरूरी सेफ्टी फीचर है जो वाहनों में ब्रेक लगाने पर पहियों के लॉक होने को रोकता है। यह सिस्टम आपातकालीन ब्रेकिंग या फिसलन भरी सड़कों पर वाहन को स्थिर रखने में मदद करता है। ABS का मुख्य उद्देश्य वाहन को नियंत्रित करना और स्टीयरिंग कंट्रोल बनाए रखना है।

लेकिन अभी अभी 125cc इंजन से ऊपर हर बाइक या स्कूटर में ABS शामिल है पर 100cc से लेकर 125cc इंजन वाले टू-व्हीलर्स में इस फीचर की कमी देखने को मिलती है। बजाज ऑटो ने अपनी 110cc प्लेटिना बाइक में ABS को शामिल किया था। ABS कैसे काम करता है और यह क्यों इतना जरूरी है? आइये जानते हैं...

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एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) के फायदे:

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  • ABS सिस्टम से टायर के घिसाव को कम करने में मदद मिलती है।
  • ABS सिस्टम विशेष रूप से बारिश, बर्फ या फिसलन भरी सड़कों पर उपयोगी होता है।
  • ABS एक महत्वपूर्ण सुरक्षा सुविधा है जो दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करती है।

एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम के काम करने का तरीका:

  • ABS सिस्टम में प्रत्येक पहिए पर सेंसर लगे होते हैं, जो पहियों की गति की निगरानी करते हैं।
  • ये सेंसर लगातार पहियों की गति को ट्रैक करते हैं और डेटा को ABS कंट्रोल यूनिट (ECU) को भेजते हैं।
  • जब ड्राइवर ब्रेक लगाता है और किसी पहिए की गति अचानक कम हो जाती है (जैसे कि लॉक होने की स्थिति में), तो सेंसर इसकी सूचना ECU को देते हैं।
  • ABS कंट्रोल यूनिट लॉक होने वाले पहिए के ब्रेक पर हाइड्रोलिक प्रेशर को कम कर देता है।
  • यह प्रेशर एडजस्टमेंट एक हाइड्रोलिक मॉड्यूलेटर के माध्यम से किया जाता है, जो ब्रेक फ्लुइड के प्रेशर को नियंत्रित करता है।
  • ABS सिस्टम ब्रेक को तेजी से रिलीज और अप्लाई करता है, जिससे पहिया लॉक होने के बजाय धीरे-धीरे रुकता है। यह प्रक्रिया सेकंड में कई बार होती है, जिससे पहिए का घूमना बंद नहीं होता और वाहन का नियंत्रण बना रहता है।

स्टीयरिंग कंट्रोल बनाए रखना:

  • ABS के कारण पहिए लॉक नहीं होते, जिससे ड्राइवर वाहन को स्टीयर कर सकता है और दुर्घटना से बच सकता है।

ड्रम ब्रेक की जगह ABS जरूरी

  • ड्रम या डिस्क ब्रेक कितने भी नए या अच्छी क्वालिटी के हो, लेकिन ABS जितनी असरदार ब्रेकिंग नहीं दे सकते। 100cc और 125cc बाइक्स सबसे ज्यादा स्लिप होती हैं जिसकी वजह से राइडर्स को चोटें लगती हैं। ऐसे में सरकार को इन बाइक्स में भी ABS को लागू कर देना चाहिए।

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