Fog driving tips details in hindi: उत्तर भारत में धुंध पड़नी शुरू हो चुकी है। ऐसे में सड़क पर वाहन चलाते हुए हमें सावधानी बरतने की जरूरत है। टू व्हीलर हो या फोर व्हीलर अगर हम ड्राइविंग करते हुए छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें तो किसी भी अनहोनी या सड़क हादसे बचा जा सकता है।
नीचे दी वीडियो पर क्लिक कर देखें Fog driving tipsहेडलाइट और बैटरी
घर से निकलते हुए हमेशा अपनी हेडलाइट, टेललाइट को चेक कर लें। बल्ब खराब या कम रोशनी दे रहा हो तो उसे तुरंत बदलवा लें। सर्दियां शुरू होने से पहले अपनी बैटरी की जांच कर लें। अगर कार सुबह स्टार्ट होने में दिक्कत कर रही हो या ज्यादा झटके मार रही हो तो आपकी बैटरी डाउन हो गई है या पुरानी होने के चलते खराब हो सकती है। जानकारों के अनुसार बैटरी की उम्र तीन से पांच साल तक होती है। अपने वाहन पर रिफ्लेक्टर या रेडियम स्टीकर लगा सकते हैं। जिससे सड़क पर आपके पीछे चल रहा वाहन चालक अलर्ट हो जाए।
अपनी लेन में चलें, तेज गति से करें परहेज
सड़क पर हमेश कार अपनी लेन में चलाएं। इसके अलावा खासतौर पर हाईवे पर बार-बार वाहन की गति बढ़ाने या ओवरटेक नहीं करना चाहिए। घने कोहरे में हमेशा टर्न लेते हुए इंडीकेट का प्रयोग करें। कार चलाते हुए हैजर्ड लाइट का यूज कर सकते है। कार में फॉग लाइट लगवाना भी एक ऑप्शन हो सकता है। सड़क पर चलते हुए दिन में लो बीम पर हेडलाइट जला सकते हैं। कार की विंडशील्ड की रबड़ को चेक कर लें। उसमें दरारें आने पर उसे चेंज करवा लें।
नीचे दी वीडियो पर क्लिक कर देखें Fog driving tipsटायर प्रेशर और हवा
कार के टायरों की जांच कर लें। टायर अधिक पुराने होने पर वह घिस जाते हैं, उनमें दरारें आ जाती है, जिससे सड़क पर चलते हुए हादसा होने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा टायरों में हवा का प्रेशर सही रखें। हवा ज्यादा या कम दोनों होने पर एक्सीडेंट होने का खतरा बना रहता है। कार में डिफॉगर, ब्लोअर का इस्तेमाल करें।