मेष राशि
शुक्र के वक्री होने का मेष राशि के जातकों पर प्रभाव काफी गहरा होने के योग बन रहे हैं। शुक्र प्रेम और संबंधों का कारक ग्रह है। वक्री शुक्र के कारण मेष राशि वालों के वैवाहिक जीवन में तनाव और मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। पार्टनर के साथ संवादहीनता और गलतफहमी बढ़ सकती है। शुक्र धन और सुख-सुविधाओं का कारक है। वक्री शुक्र के कारण मेष राशि वालों को आर्थिक नुकसान हो सकता है। खर्चों में वृद्धि और अनावश्यक खर्चों के कारण आर्थिक तंगी की स्थिति बन सकती है। शुक्र के वक्री होने से मेष राशि वालों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं, खासकर त्वचा और मूत्र संबंधी रोगों की आशंका बढ़ सकती है।कन्या राशि
कन्या राशि पर भी वक्री शुक्र का प्रभाव नकारात्मक हो सकता है। वक्री शुक्र के कारण कन्या राशि वालों के कामकाजी जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। कार्यस्थल पर तनाव और सहकर्मियों के साथ मतभेद हो सकते हैं। शुक्र के वक्री होने से कन्या राशि वालों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, खासकर पाचन तंत्र और त्वचा संबंधी रोगों की आशंका बढ़ सकती है। वक्री शुक्र के कारण कन्या राशि वालों को आर्थिक नुकसान हो सकता है। अनावश्यक खर्चों के कारण आर्थिक तंगी की स्थिति बन सकती है।वृश्चिक राशि
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, वृश्चिक राशि पर भी वक्री शुक्र का प्रभाव काफी नकारात्मक हो सकता है। इस राशि के प्रेम संबंधों में उथल-पुथल: वृश्चिक राशि वालों के प्रेम संबंधों में तनाव और अविश्वास की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। प्रेमी या प्रेमिका के साथ मनमुटाव और झगड़े हो सकते हैं। वक्री शुक्र के कारण वृश्चिक राशि वालों को धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। निवेश और व्यापार में नुकसान हो सकता है। शुक्र के वक्री होने से वृश्चिक राशि वालों को मानसिक तनाव और चिंता की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इससे उनका आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।