Trendingvande mataramIndigoBigg Boss 19

---विज्ञापन---

Pradosh Vrat 2024: माघ माह में कब है शुक्र प्रदोष व्रत, जानें शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व

Pradosh Vrat 2024: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, माघ माह के शुक्ल प्रदोष व्रत 21 फरवरी 2024 को रखा जाएगा। आइए इस खबर में प्रदोष व्रत के बारे में विस्तार से जानते हैं

Pradosh Vrat 2024 Date: वैदिक पंचांग के अनुसार, हर माह में दो प्रदोष व्रत रखा जाता है। एक कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत और दूसरा शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत। वर्तमान समय में माघ का महीना चल रहा है और माघ माह में भी दो प्रदोष व्रत पड़ेंगे। जैसा कि दूसरी खबर में माघ माह के कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत बताया गया है और अब इस खबर में माघ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष बताने वाले हैं। आइए माघ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत के बारे में जानते हैं। यह भी पढ़ें- Pradosh Vrat 2024: माघ महीने में कब है प्रदोष व्रत, जानें शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। साथ ही मां पार्वती और गणेश की भी विधि-विधान से पूजा की जाती है। जो जातक प्रदोष व्रत के दिन विधि-विधान से पूजा करते हैं उनकी सारी मनोकामना पूर्ण होती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। प्रदोष व्रत सनातन धर्म में बहुत ही अधिक महत्व होता है। साल 2024 के फरवरी में प्रदोष व्रत 21 फरवरी को है। यह प्रदोष व्रत माघ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत है। यह प्रदोष व्रत शुक्रवार के दिन पड़ रहा है, जिसके कारण इसे शुक्र प्रदोष व्रत भी कहा जाता है। यह भी पढ़ें- ये 2 राश‍ियों वाले हो जाएं तैयार, शुक्र कर रहे नक्षत्र पर‍िवर्तन, लाइफ में होंगे बड़े बदलाव

प्रदोष व्रत का शुभ तिथि

दृक पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 21 फरवरी को सुबह 11 बजकर 27 मिनट पर हो रही है और समाप्ति 22 फरवरी दिन शनिवार को दोपहर 1 बजकर 21 मिनट पर होगी। प्रदोष व्रत वाले दिन भगवान शिव की पूजा निशिता काल में की जाती है। महादेव की पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त शाम को 6 बजकर 25 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 52 मिनट तक है। इस शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।

प्रदोष व्रत का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है। साथ ही उपवास भी रखा जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो जातक सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करते हैं, उनकी सारी मनोकामना पूर्ण होती है। साथ ही उन्हें जीवन में कभी किसी चीज की दिक्कत नहीं होती है। मनचाहा फल की प्राप्ति भी होती है। यह भी पढ़ें- पत्नियां क्यों दबाती हैं पति का पैर, क्या है इसके पीछे का धार्मिक कारण
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।


Topics:

---विज्ञापन---