[caption id="attachment_312947" align="aligncenter" ] Mangala Gauri Vrat Puja Vidhi[/caption]
सावन के आठवां मंगला गौरी व्रत पूजा विधि (Mangla Gauri Vrat Puja Vidhi)
सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर शौच, स्नान आदि करें। साफ, स्वच्छ व धुले हुए वस्त्र पहन कर गजानन गणपति की पूजा करें। इसके बाद भगवान शिव की पूजा करें। उन्हें अक्षत, पुष्प, माला, फल, नैवेद्य, धूप बत्ती, दीपक आदि अर्पित करें। यह भी पढ़ें: इस मंदिर में महिलाओं के वस्त्र पहन कर पुरुष करते हैं पूजा, मिलती है सरकारी नौकरी और सुंदर पत्नी! अब इसके बाद मां पार्वती के मंगला गौरी स्वरूप की षोडशोपचार पूजा करें। उन्हें सुहाग की सामग्री, लाल चूड़ियां, पुष्प, माला, लौंग, इलायची, सुपारी, पान, फल, लड्डू आदि मिठाई अर्पित करें। पूजा के पश्चात 'मम पुत्रापौत्रासौभाग्यवृद्धये श्रीमंगलागौरी प्रीत्यर्थं पंचवर्ष पर्यन्तं मंगला गौरी व्रतमहं करिष्ये' मंत्र का 1100 बार जप करें। इस प्रकार पूजा करने के बाद आप अपने मन की इच्छा भगवती आद्यशक्ति को निवेदन करें। आपकी सभी इच्छाएं अवश्य पूर्ण होंगी।डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।