Grah Gochar: वैदिक ज्योतिष की गणितीय गणना के अनुसार, 21 फरवरी, 2025 एक विशेष तारीख है। यदि हिंदू तिथि की बात करें, तो इस दिन फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है, जो एक शुभ मुहूर्त मानी जाती है। इस तिथि को दो विशेष और शुभ ज्योतिष योग बन रहे हैं, जिससे यह दिन बेहद खास बन गया है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, ये दोनों योग बेहद फलदायी हैं। इनमें पहला योग है, बुध-गुरु का केंद्र योग और दूसरा है, मैत्रेय योग। ज्योतिष शास्त्र में मैत्रेय योग को ऋण का भुगतान करने के लिये सर्वाधिक शुभ माना जाता है।
बुध-गुरु का केंद्र योग
शुक्रवार 21 फरवरी, 2025 को 01:41 AM बजे ग्रहों के राजकुमार बुध और देवों के गुरु बृहस्पति एक-दूसरे से 90 डिग्री पर स्थित रहेंगे। इन दोनों ग्रहों की इस खगोलीय स्थिति को बुध-गुरु का केंद्र योग या केंद्र दृष्टि योग कहा जाता है। बुध-गुरु के केंद्र दृष्टि योग को ज्योतिष शास्त्र में काफी शुभ और लाभकारी माना गया है। जब बुध और गुरु केंद्र दृष्टि योग में होते हैं, तो व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता, निर्णय शक्ति और समझदारी में वृद्धि होती है। यही कारण है कि इस योग को बुद्धि और ज्ञान के संतुलन का योग कहा गया है।
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मैत्रेय योग का महत्व
वैदिक ज्योतिष और पंचांग में अनेक शुभ योगों का वर्णन मिलता होता है। इनमें मैत्रेय योग एक ऐसा ही विशेष और बेहद शुभ योग है। इस योग को ‘कर्ज मुक्ति’ योग भी कहा जाता है, क्योंकि इस योग में ऋण भुगतान करने हेतु अत्यन्त शुभ माना जाता है। वैदिक ज्योतिष की गणितीय गणना के अनुसार, 21 फरवरी को इस योग की शुरुआत 12:27 AM पर होगी, जो 02:45 AM पर समाप्त हो जाएगी। बता दें कि कई लोगों के लिए कर्ज लेने के बाद उसे चुकाना एक बड़ी समस्या बन जाता है और उन्हें इसमें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लेकिन मैत्रेय योग व्यक्ति को कर्ज से छुटकारा पाने में एक शुभ अवसर बनकर आता और सहायक बनता है। मान्यता है कि इस योग में कर्ज की धनराशि के थोड़े भाग का भी भुगतान करने से कर्ज का शेष बोझ कुछ दिनों में उतर जाता है।
इन राशियों के लिए विशेष लाभदायी हैं ये योग
21 फरवरी 2025 को बुध-गुरु का केंद्र योग और मैत्रेय योग का एक साथ संयोग बन रहा है, जो ज्योतिष शास्त्र में विशेष महत्व रखता है। इन योगों के प्रभाव से 5 राशियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन और सौभाग्य की वृद्धि की संभावना है। आइए जानते हैं, इन 5 राशियों के जातकों के जीवन पर इन योगों के सकारात्मक प्रभाव कैसा होगा?
मेष राशि
बुध-गुरु के केंद्र योग और मैत्रेय योग के प्रभाव से मेष राशि के जातकों के लिए आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत हैं। नए निवेश और व्यापारिक अवसर प्राप्त हो सकते हैं, जिससे धन लाभ की संभावना बढ़ेगी। करियर में उन्नति के योग हैं, और यदि आप कर्ज से परेशान हैं, तो इस अवधि में उससे मुक्ति मिलने की संभावना है।
सिंह राशि
इन योगों के प्रभाव से सिंह राशि के जातकों के लिए सौभाग्य में वृद्धि होगी। व्यावसायिक क्षेत्र में नए अवसर प्राप्त होंगे, और आर्थिक लाभ के संकेत हैं। पुराने कर्जों से छुटकारा मिलने की संभावना है, जिससे मानसिक शांति मिलेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी, और परिवार में सुख-शांति का वातावरण बनेगा।
कन्या राशि
बुध-गुरु के केंद्र योग और मैत्रेय योग के प्रभाव से कन्या राशि के जातकों के लिए शिक्षा और करियर में सफलता के योग हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, और धन संचय के नए अवसर प्राप्त होंगे। यदि आप किसी कर्ज से परेशान हैं, तो इस अवधि में उससे मुक्ति मिलने की संभावना है। नए संपर्क और नेटवर्किंग से लाभ होगा, जो भविष्य में फायदेमंद साबित होंगे।
धनु राशि
इन योगों के प्रभाव से धनु राशि के जातकों के लिए भाग्य का साथ मिलेगा। आर्थिक लाभ के नए स्रोत खुलेंगे, और निवेश से लाभ होने की संभावना है। करियर में प्रमोशन या नई जिम्मेदारियाँ मिल सकती हैं, जिससे आय में वृद्धि होगी। कर्ज से मुक्ति के संकेत हैं, और परिवार में खुशहाली का माहौल रहेगा।
मीन राशि
बुध-गुरु के केंद्र योग और मैत्रेय योग के प्रभाव से मीन राशि के जातकों के लिए आर्थिक स्थिरता प्राप्त होगी। व्यावसायिक क्षेत्र में सफलता के योग हैं, और धन लाभ की संभावना है। यदि आप किसी ऋण से परेशान हैं, तो इस अवधि में उससे छुटकारा मिलने के संकेत हैं। सामाजिक जीवन में सक्रियता बढ़ेगी, और नए संबंधों से लाभ होगा।
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