डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
कब से कब तक भाद्रपद महीना
हिन्दू पंचांग के मुताबिक, भाद्रपद छठा महीना होता है। इस साल भाद्रपद 1 सितंबर से 29 सितंबर तक चलेगा। भाद्रपद को भादो , भाद्र या भाद्रव नाम से भी पुकारा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस महीने में पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। ऐसा करने से मन और शरीर की स्थिति बेहतर रहती है। यह भी पढ़ें: Guru Vakri 2023: रक्षाबंधन के ठीक बाद गुरु ग्रह होने जा रहे हैं वक्री, इन 4 राशि वालों के लिए मुश्किल भरा समयभाद्रपद मास के नियम
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद (भादो) मास में कच्ची चीजों का सेवन करने से परेहज करना चाहिए। इसके साथ ही भादो में दही का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए। चूंकि इस महीने में रक्तचाप बढ़ने की संभावना रहती है। ऐसे में इसका ध्यान रखना चाहिए। वहीं भाद्रपद मास में भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी का दल अर्पित करना चाहिए। साथ ही इसे चाय या दूध में उबालकर पीना चाहिए।भाद्रपद में ऐसे मिलेगी श्रीकृष्ण की कृपा
- वैसे तो भाद्रपद मास में दही का प्रयोग वर्जित है। लेकिन अगर आप पूरे माह भगवान श्रीकृष्ण को पंचामृत से स्नान कराएंगे तो जीवन की तमाम परेशानियां स्वतः खत्म हो जाएंगी।
- संतान सुख के लिए भी भाद्रपद का महीना बेहद शुभ माना गया है। ऐसे में जो लोग संतान की कामना रखते हैं, उन्हें श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाना चाहिए। साथ ही इस दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
- भाद्रपद मास में श्रीमद्भगवतगीता का पाठ करना अत्यंत शुभ होता है। मान्यता है कि इस महीने में गीता का पाठ करने से आत्मविश्वास बढ़ता है। साथ ही साथ भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे में अगर आप चाहें तो आप इस उपाय को कर सकते हैं।
- इसके अलावा मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए भी भाद्रपद का महीना शुभ होता है। मान्यता है कि इस महीने में घर में लड्डू गोपाल और शंख की स्थापना करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।