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अंगूठे में चांदी का छल्ला पहनने से खुलेंगे भाग्य के दरवाजे! जानें क्या कहता है शास्त्र

आपने अक्सर कई लोगों को अंगूठे में चांदी का छल्ला पहने देखा होगा लेकिन क्या आपको पता है कि इस छल्ले को पहनने की असल वजह क्या है? अगर नहीं तो आज हम आपको चांदी का छल्ला पहनने के कुछ ऐसे फायदे बताएंगे जो न सिर्फ आपकी किस्मत के दरवाजे खोल देंगे, बल्कि आपके जीवन पर भी शक्तिशाली प्रभाव डालेंगे।

हर व्यक्ति रोयल लाइफ जैसा सुख-सुविधाएं और सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करता है लेकिन कई बार मेहनत के बावजूद सफलता हाथ नहीं आति और ऐसा लगता है जैसे कि भाग्य साथ नहीं दे रहा हो। अगर आप भी ऐसी ही किसी परेशानी से जूझ रहे हैं तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चांदी का छल्ला आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है और आपके जीवन की सारी परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोने-चांदी से बने आभूषण हमारे कुंडली के ग्रह-नक्षत्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं जिससे जीवन में आने वाली परेशानियां काफी कम हो सकती हैं। आइएं जानते है अंगूठे में चांदी का छल्ला पहनने के 7 बड़े फायदों के बारें में।

राहु और शनि की ऊर्जा को संतुलित करता है

अंगूठे में चांदी का छल्ला पहनने से राहु और शनि ग्रह की नकारात्मक ऊर्जा बैलेंस होती है।

बाधाएं दूर करता है

यह छल्ला जीवन की समस्याओं और रुकावटों को दूर करने में मदद करता है।

आत्मविश्वास और प्रभाव बढ़ता है

अंगूठा आत्मविश्वास और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। अगर आप चांदी का छल्ला पहनते है तो ये समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ता है।

प्रतिष्ठा में वृद्धि

चांदी का छल्ला पहनने से आत्मबल और सामाजिक प्रतिष्ठा दोनों में इजाफा होता है।

शुक्र और चंद्रमा को मजबूत करता है

चांदी का संबंध शुक्र और चंद्र ग्रह से होता है। चंदी का छल्ला पहनने से ग्रह भी मजबूत होते हैं।

भावनात्मक संतुलन

यह छल्ला पहनने से व्यक्ति अपनी भावनाओं पर बेहतर नियंत्रण रख पाता है, जिससे रिश्ते बेहतर होते हैं।

मानसिक शांति और स्थिरता

चांदी का छल्ला पहनने से मन को शांति और स्थिरता मिलती है, जिससे निर्णय लेने की क्षमता भी सुधरती है।

चांदी के छल्ले से जुड़ी कुछ और विशेष बातें

  • चांदी का छल्ला सोमवार या शुक्रवार के दिन पहनना बेहद शुभ माना जाता है।
  • चांदी का छल्ला पहनने से पहले उसका शुद्धिकरण करना आवश्यक होता है।
  • चांदी का छल्ला पूरी तरह से शुद्ध चांदी का होना चाहिए उसमें किसी प्रकार की मिलावट नहीं होनी चाहिए।
ये भी पढ़ें-Surya Gochar 2025: इन 3 राशियों का गोल्डन टाइम शुरू, ग्रहों के राजा ने मेष राशि में किया प्रवेश डिस्क्लेमर: यहां दी गईजानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।  


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