TrendingparliamentPollutionBollywood

---विज्ञापन---

‘Trump ने ट्रेड बंद करने की धमकी से रुकवाया था भारत-पाक युद्ध’, व्हाइट हाउस ने फिर अलापा राग

व्हाइट हाउस ने एक बार शांति दूत बनने का दावा किया है। हाउस ने फिर कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाक युद्ध रुकवाया। इसके लिए ट्रंप ने ट्रेड का इस्तेमाल किया है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।

व्हाइट हाउस का दावाा- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने रुकवाया भारत-पाक युद्ध।

Operation Sindoor: शांति समझौते के लिए अमेरिका ने फिर अपना पुराना राग अलापा है। व्हाइट हाउस ने फिर दावा किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाक युद्ध रुकवाया। इसके लिए ट्रंप ने ट्रेड का इस्तेमाल किया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने प्रेस कॉन्फ्रेस में ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच शांति कायम करने की दावे के दोहराया है।
बता दें कि भारत के पहलगाम में गत 22 अप्रैल को आतंकवादी हमला हुआ। इसमें 26 नागरिकों की मौत हुई थी। इससे भारत-पाक के बीच झड़प शुरू हुआ। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (POK) में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था।

पाकिस्तान ने लगाई थी गुहार

भारत-पाक युद्ध को रोकने का दावा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कई बार कर चुके हैं। लेकिन हकीकत कुछ और है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने ही भारतीय डीजीएमओ से सीजफायर का अनुरोध किया था। इसके बाद सीजफायर पर सहमति बनी थी।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: भारत का पीछा क्यों नहीं छोड़ रहा अमेरिका? रूसी तेल आयात का अमेरिकी वित्त मंत्री ने फिर छेड़ा राग

---विज्ञापन---

ट्रेड को बताया कूटनीतिक हथियार

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि भारत और पाकिस्तान युद्ध खत्म करने के लिए ट्रंप ने व्यापार का बहुत शक्तिशाली तरीके से इस्तेमाल किया। इसलिए मुझे पता है कि उन्हें इन सभी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है। प्रेस सचिव ने युद्ध विराम में ट्रेड के तरीके को कूटनीतिक हथियार बनाया है। ट्रंप ने कहा कि व्यापार को अगर वह इन मुद्दों को सुलझा सकते हैं, अगर इसके लिए व्यापार का इस्तेमाल कर सकता हूं।

यह भी पढ़ें: रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने के लिए कहां होगी पुतिन-ट्रंप-जेलेंस्की की बैठक? तैयारियां शुरू


Topics:

---विज्ञापन---