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Plane Helicopter Crash: 67 मौतों का जिम्मेदार कौन? अमेरिका प्लेन-हेलीकॉप्टर हादसे पर चौंकाने वाला खुलासा

Washington DC Plane Helicopter Crash: अमेरिका के वाशिंगटन DC में पैसेंजर प्लेन और हेलीकॉप्टर की टक्कर में सभी 67 लोग मारे गए है। नदी से शवों के साथ ब्लैक बॉक्स और वॉयस रिकॉर्डर बरामद हो गए हैं, जिसने हादसे का एक सच सामने आया है। आइए जानते हैं...

America Plane Helicopter Crash
Washington DC Plane Helicopter Crash Update: अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन DC प्लेन-हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए 67 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है? कंसास से वाशिंगटन आ रहा US एयरलाइन्स का CRJ700 बॉम्बार्डियर जेट और मिलिट्री के ब्लैक हॉक (H-60) हेलिकॉप्टर से भिड़ गया। हादसा व्हाइट हाउस से 5 किलोमीटर दूर स्थित रीगन एयरपोर्ट पर हुआ। टक्कर होते ही प्लेन-हेलीकॉप्टर में आग लग गई और मलबा नीचे बर्फ से जमी पोटोमैक नदी में गिर गया। नदी में प्लेन का मलबा 3 टुकड़ों में मिला। हादसे में पैसेंजर प्लेन में सवार 4 क्रू मेंबर्स समेत 64 लोग और हेलीकॉप्टर में सवार 3 सैन्यकर्मी मारे गए। फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने सभी लोगों की मौत होने की पुष्टि कर दी। पेंटागन ने हादसे की जान शुरू कर दी है। 30 शव बरामद कर लिए गए हैं। एयरपोर्ट से भी उड़ानें और लैंडिंग रोक दी गई हैं।  

ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर मिले

AP और BBC की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के स्पीकर पीटर नडसन ने बताया कि राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) की टीम ने हादसे का शिकार हुए विमान के कॉकपिट से वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर बरामद किया है। गोताखोरों को विमान का ब्लैक बॉक्स भी मिला है। इन तीनों चीजों से खुलासा हुआ है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल से मिलिट्री हेलीकॉप्टर ब्लैक हाक की इंट्रैक्शन हुई थी और हेलीकॉप्टर क्रू को पता था कि एक पैसेंजर प्लेन उनके आसपास है, लेकिन इंट्रैक्शन होने के बावजूद टक्कर कैसे हो गई? ब्लैक बॉक्स से यह पता लगाने में मदद मिल सकती है।  

हाइपोथर्मिया के कारण हुई होगी यात्रियों की मौत

वॉशिंगटन के फायर डिपार्टमेंट के प्रमुख जॉन डोनेली ने बताया कि प्लेन और हेलीकॉप्टर टक्कर होने के बाद पोटोमैक नदी में गिर गए। नदी बर्फ से जमी है और वाशिंगटन का तापमान जीरो डिग्री के आसपास है। ऐसे में बर्फ से जमी नदी के पानी में गिरे लोग ज्यादा से ज्यादा 20 से 30 मिनट जिंदा रहे होंगे। हाइपोथर्मिया होने के कारण उनकी मौत हो गई होगी। गोताखोरों ने जमे पानी में ही गहराई में जाकर शवों को तलाशा, जिस वजह से उनकी जान को भी खतरा रहा। इसलिए किसी के भी बचने की उम्मीद न के बराबर है। देश के परिवहन मंत्री सीन डफी ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और रिपोर्ट आते ही दुनिया को बताया जाएगा कि ATC से इंट्रैक्शन होने और गाइडेंस मिलने के बावजूद टक्कर कैसे हुई?  


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