US On Ukraine War Talks: विदेश मंत्री एस जयशंकर की रूस यात्रा के एक दिन बाद अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि चल रहे यूक्रेन युद्ध के बीच संवाद और कूटनीति के लिए रूस को विशेषकर भारत से संदेश सुनने की जरूरत है। रूस और भारत के विदेश मंत्रियों के बीच हाल की बैठकों के बारे में बोलते हुए अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता, नेड प्राइस ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हमारे भारतीय समकक्षों के साथ कई उच्च-स्तरीय जुड़ाव रहे हैं। ब्लिंकन ने कुछ महीने पहले ही विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात की थी।
अभी पढ़ें – विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूक्रेन संघर्ष पर जताई चिंता, कहा-यह युद्ध का युग नहीं नेड प्राइस ने कहा कि हमने रूस पर विदेश मंत्री जयशंकर से जो संदेश सुना, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अलग नहीं था, जब उन्होंने कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है। भारत फिर से पुष्टि करता है कि वह इस युद्ध के खिलाफ खड़ा है। वह संवाद देखना चाहता है, वह कूटनीति देखना चाहता है। वह यूक्रेन के अंदर इस अनावश्यक रक्तपात का अंत देखना चाहता है जिसके लिए रूस जिम्मेदार है।रूसी दुनिया भर के देशों से इस संदेश को सुनें
वर्तमान अंतरराष्ट्रीय स्थिति में भारत की भूमिका के महत्व पर जोर देते हुए प्राइस ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि रूसी दुनिया भर के देशों से इस संदेश को सुनें। बता दें कि जयशंकर और उनके रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मंगलवार को मास्को में आपसी हितों के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की। यूक्रेन संघर्ष पर भारत की स्थिति बताते हुए जयशंकर ने कहा, "जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से कहा था कि ये युग युद्ध का नहीं है। रूस और यूक्रेन के नेताओं के साथ पिछले फोन पर बातचीत के दौरान, मोदी ने दोनों पक्षों के बीच सीधी बातचीत का भी सुझाव दिया था। अभी पढ़ें – Aruna Miller: भारतीय मूल की अरुणा मिलर ने अमेरिका में रचा इतिहास, मैरीलैंड की लेफ्टिनेंट गवर्नर बनीं भारत ने लगातार यूक्रेन में लड़ाई को समाप्त करने का आह्वान किया है। भारतीय पक्ष ने संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ मतदान नहीं किया, बल्कि खाद्य और ऊर्जा कीमतों पर विशेष रूप से कमजोर देशों के लिए यूक्रेन संकट के प्रभाव को बार-बार उठाया। अभी पढ़ें – दुनिया से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें---विज्ञापन---
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