Pakistan News: पाकिस्तान में हाईजैक हुई जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को बलूचिस्तान के विद्रोह लड़ाकों से छुड़ा लिया गया है। यह दावा पाकिस्तान सरकार की ओर से किया गया है। पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ISPR के महानिदेशक अहमद शरीफ चौधरी ने बीती रात बयान जारी करके कहा कि सेना ने एयरफोर्स, फ्रंटियर कोर FC और स्पेशल सर्विस ग्रुप के साथ मिलकर हाईजैक ऑपरेशन पूरा किया। बुधवार रात करीब 9:30 बजे हाईजैक ट्रेन को रिलीज करा लिया गया।
हालांकि कुछ बंधक मारे गए हैं, लेकिन 33 बलूच लड़ाकों को ढेर करके बाकी बंधकों को रिहा करा लिया गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद कहा कि हमारी सेना ने दुश्मनां को नरक भेज दिया है। न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के सूत्रों से जानकारी मिली कि 27 ऑफ ड्यूटी पाकिस्तानी सैनिक ऑपरेशन में मारे गए हैं। एक सैनिक रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मारा गया, लेकिन किसी आम नागरिक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। रेस्क्यू ऑपरेशन से पहले ही 21 विद्रोही ढेर कर दिए गए थे।
क्या है बलूच लड़ाकों का दावा?
दूसरी ओर, बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के प्रवक्ता जीयांद बलूच ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के बंधक बनाए गए 100 जवानों को जान से मारने का दावा किया है। साथ ही 154 बंधकों के कब्जे में होने का दावा भी किया है। 60 बंधकों को बुधवार सुबह तक ही मार दिया था। पाकिस्तानी सेना का दावा पूरी तरह झूठा है। ट्रेन में कुल 426 यात्री सवार थे, जिनमें 214 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी थे।
BLA ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान ने अब तक 16 बार बंधकों को छुड़ाने की कोशिश की है, जिनमें 63 पाकिस्तानी जवान घायल हुए हैं। पाकिस्तान के पास 48 घंटे का अल्टीमेटम है और अब सिर्फ 18 घंटे बचे हैं। पाकिस्तान को अंतिम चेतावनी है कि फिर से बचाने की कोशिश की तो सभी बंधकों को तुरंत मार दिया जाएगा। क्योंकि बलूच लड़ाके आत्मघाती बनकर बंधकों के बीच बैठे हैं। वे खुद मार जाएंगे और सभी को मार देंगे।
आत्मघाती बनकर बंधकों के बीच बैठ गए थे हमलावर
पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के लड़ाकों ने 11 मार्च की दोपहर को बोलान दर्रे में बनी सुरंग नंबर 8 की पटरी को उड़ा दिया और क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया। ट्रेन में 400 से अधिक यात्री सवार थे। बंधकों में महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग, सेना और पुलिस जवान भी शामिल थे, जिनको उन्होंने ढाल के रूप में इस्तेमाल किया। हालांकि हमलावरों ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाइजैक करने के बाद 190 यात्रियों को उसी समय रिहा कर दिया था, लेकिन बंधक बनाए गए अधिकारियों और जवानों के ग्रुप बनाए।
खुद आत्मघाती बनकर उनके बीच बैठ गए, जिन्हें पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के स्नाइपर्स ने मार गिराया। हमलावर सैटेलाइट फोन के जरिए अफगानिस्तान में बैठे अपने मददगारों और मास्टरमाइंड के साथ संपर्क में थे। बीती शाम करीब 100 यात्रियों को आतंकवादियों से सुरक्षित बचा लिया गया। मौके पर मौजूद सभी हमलावर मारे गए। बम निरोधक दस्ते द्वारा ट्रेन और बोलान एरिया को खाली कराया गया।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन में पूरा सहयोग किया
अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने निर्दोष लोगों की जान को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरती। 37 घायल बंधकों को पहले छुड़ाकर इलाज के लिए भेजा गया। क्वेटा से पेशावर तक जाने वाली ट्रेन सिबी, जैकोबाबाद, रोहरी, खानपुर, बहावलपुर, खानेवाल, साहीवाल, लाहौर, गुजरांवाला और इस्लामाबाद सहित कम से कम 11 शहरों से होकर गुजरती है। हमलावरों ने ट्रेन पर हमला करने से पहले रेलवे ट्रैक पर बम गिराए और इंजन पर गोलीबारी की, जिससे ड्राइवर घायल हो गया। सुरंग से ठीक पहले रुकी ट्रेन को अफ़गानिस्तान-ईरान सीमा के पास एक दुर्गम पहाड़ी इलाके में हाईजैक कर लिया।
ट्रेन पर हमले की सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों ने दुर्गम इलाके को घेर लिया। चुनौतीपूर्ण रास्ता होने के बावजूद सुरक्षा बल रेस्कयू ऑपरेशन के लिए बलूचिस्तान के बोलन जिले के मुश्कफ इलाके में पहुंच गए। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती से बात की है और उन्हें रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी। राहत ट्रेन और सुरक्षा बलों की टुकड़ियां मौके पर पहुंची। सिबी और सिविल अस्पताल क्वेटा में आपातकाल लागू कर दिया गया। इस तरह रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा किया गया।