कितनी है दोनों देशों की सैन्य ताकत?
अगर सैन्य ताकत की बात करें तो इसमें थाईलैंड अपने प्रतिद्वंद्वी देश कंबोडिया से कई गुना आगे है। थाईलैंड ग्लोबल फायरपावर 2025 की रैंकिंग के अनुसार 24वें स्थान पर है। वहीं, कंबोडिया 83वें स्थान पर है। दोनों देशों की थल सेना में भी जमीन-आसमान का अंतर है। थाईलैंड में सक्रिय सैनिकों संख्या लगभग 3,60,000 है, इसमें कुल दो लाख रिजर्व सैनिक है। थाईलैंड की जनसंख्या करीब 7.2 करोड़ है, जिसमें से 5 करोड़ लोग सैन्य सेवा के लिए उपलब्ध हैं। वहीं, थाईलैंड की सेना काफी ट्रेंड भी है। इस देश के पास रॉयल थाई आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में काफी अच्छी बॉन्डिंग है। दूसरी ओर कंबोडिया की बात करें तो इस देश के पास केवल 1, 70,000 ही सक्रिय सैनिक हैं। इसमें से 1 लाख रिजर्व सैनिक है। इस देश की कुल जनसंख्या भी 1.7 करोड़ है। इसमें से 1. 2 करोड़ लोग ही सैन्य सेवा के लिए उपलब्ध हैं। कंबोडिया की सेना भी छोटी है और उनके पास मॉडर्न ट्रेनिंग की भी कमी है।बड़ा है रक्षा बजट का भी अंतर
दोनों देशों के रक्षा बजट की बात करें तो थाईलैंड के पास 5.5 बिलियन डॉलर करीब 4.6 लाख करोड़ रुपये का रक्षा बजट है। वहीं, कंबोडिया के पास महज 720 मिलियन डॉलर मतलब करीब 60 हजार करोड़ रुपये का ही रक्षा बजट है। अगर दोनों देशों के रक्षा बजट की तुलना करें तो थाईलैंड का रक्षा बजट कंबोडिया के रक्षा बजट से करीब 7 गुना अधिक है। इससे दम पर थाईलैंड आराम से मॉडर्न वैपन्स को खरीद सकता है। इसी कारण कंबोडिया पुराने और सस्ते हथियारों पर आज भी निर्भर है।क्या वायु सेना की पावर?
दोनों देशों की वायु सेना की बात करें तो कंबोडिया के पास कोई भी आधुनिक फाइटर जेट नहीं है। उसके पास हेलीकॉप्टर भी पुराने MI-8 और Z-9 हैं, जिन्हें उसने चीन से खरीदा था। हालांकि कंबोडिया के पास कुछ सस्ते ड्रोन हैं, जिसका इस्तेमाल वह जासूसी आदि के लिए कर सकता है। इस देश की वायुसेना काफी कमजोर है, किसी भी प्रकार के हवाई हमले का जवाब देने के लिए इस देश की क्षमता नहीं है। दूसरी ओर थाईलैंड की बात करें तो इस देश के पास करीब 40 से 50 F-16 और SAAB ग्रिपेन फाइटर जेट्स हैं। इस देश के पास 100 से ज्यादा हेलीकॉप्टर हैं, इनमें AH-1 कोबरा जैसे कुछ अटैक हैलीकॉप्टर भी शामिल हैं। थाईलैंड के पास RQ-21 ब्लैकजैक जैसे कुछ आधुनिक ड्रोन्स भी हैं। इस हिसाब से थाईलैंड की वायुसेना काफी अधिक मजबूत है।कितने हैं दोनों देशों की थल सेना के पास हथियार?
दोनों देशों की थल सेना की बात करें तो कंबोडिया के पास करीह 200 से अधिक पुराने T-55 और टाइप 59 टैंक हैं। जो सोवियत और चीनी मूल के हैं। इसके साथ ही 400 से ज्यादा आर्टिलरी हैं, जो ज्यादातर पुराने मॉडल की हैं। इसके साथ ही एक सीमित मात्रा में BM-21 ग्रैड MLRS हैं। वहीं, थाईलैंड के पास 200 से ज्यादा टैंक हैं। इनमें चीन से खरीदे गए VT-4 के साथ ही M60 शामिल हैं। इसके साथ ही 1000 से ज्यादा M777 आर्टिलरी सिस्टम हैं। इसके साथ ही HIMARS जैसे आधुनिक MLRS सिस्टम भी हैं। इसमें थाईलैंड की थल सेना काफी मॉर्डन है। वहीं, कंबोडिया की सेना इस मामले में काफी कमजोर है।कितनी पावरफुल है नौसेना?
नौसेना की बात करें तो थाईलैंड के पास यद्धपोतों में HTMS Chakri Naruebet 1 एयरक्राफ्ट कैरियर है। हालांकि ये इस्तेमाल सीमित ही है। इसके साथ ही 7 फ्रिगेट्स और 20 से ज्यादा कोरवेट्स हैं। इसके साथ ही चीन से खरीदी गई 1 नई S26T पनडुब्बी भी है। इस देश की दक्षिण-पूर्व एशिया में मध्यम स्तर की नौसेना है। कंबोडिया के पास 10 से ज्यादा छोटे गश्ती जहाज हैं पर कोई बड़ा युद्धपोत नहीं है। इसके साथ ही कोई भी पनडुब्बी भी नहीं है। थाईलैंड के सामने कंबोडिया की नौसेना बेहद ही कमजोर है।कितना है दोनों देशों की सैन्य शक्तियों में अंतर
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पैरामीटर |
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ग्लोबल रैंकिंग |
24 | 83 |
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सक्रिय सैनिक |
3,60,000 | 1,70,000 |
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रिजर्व सैनिक |
2,00,000 | 1,00,000 |
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रक्षा बजट |
5.5 बिलियन डॉलर |
720 मिलियन डॉलर |
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लड़ाकू विमान |
72 (मुख्य रूप से F-16) |
कोई नहीं |
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टैंक |
200+ (M60, VT-4) |
सीमित |
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आर्टिलरी |
1,000+ (M777, HIMARS) |
सीमित (चीनी निर्मित) |
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नौसैनिक क्षमता |
1 हेलीकॉप्टर कैरियर, 7 फ्रिगेट्स |
कोई समुद्री युद्धक जहाज नहीं |