दुनिया में एक और युद्ध छिड़ गया है, वहीं इस बार थाईलैंड और कंबोडिया आमने-सामने हैं, जिनके बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर कराया था, लेकिन 45 दिन के अंदर ही युद्धविराम समझौता टूट गया. 2 दिन से दोनों देशों की सीमा पर फायरिंग और झड़पें हो रही हैं, जिसके चलते थाईलैंड ने सीमा पर F-16 फाइटर जेट तैनात कर दिए हैं, वहीं बॉर्डर पर बसे शहरों को भी खाली करा दिया है. थाईलैंड की रॉयल एयरफोर्स ने 8 दिसंबर की सुबह कंबोडिया पर एयर स्ट्राइक भी की.
कंबोडिया पर हमले के लिए उकसाने का आरोप
थाई सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल विंथाई ने कहा कि कंबोडिया ने ही एयर स्ट्राइक करने के लिए उकसाया है. 7 दिसंबर दिन रविवार को कंबोडियाई सैनिकों ने थाईलैंड के बॉर्डर से सटे सी सा केट स्टेट के कंथारालक जिले के फू फा लेक-प्लान हिन पैट कोन इलाके में अटैक किया. नियमों के अनुयसर थाईलैंड की सेना ने हमले का जवाब दिया. 8 दिसंबर दिन सोमवार की सुबह उबोन रत्चाथानी प्रांत के नाम युएन जिले के चोंग आन मा इलाके में बॉर्डर पर झड़पें हुईं और हवाई हमले भी किए गए.
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रसद और हथियारों के साथ सीमा पर सेना तैनात
रॉयल थाई एयर फोर्स (RTAF) के प्रवक्ता एयर मार्शल जैक्रिट थम्माविचई के अनुसार, कंबोडियाई सैनिकों ने सुबह करीब 5.05 बजे छोटे हथियारों और इनडायरेक्ट-फायर हथियारों से गोलीबारी की. हमलों में अब तक एक थाई सैनिक की मौत हो चुकी है और 4 घायल भी हुए हैं. सुरानारी टास्क फ़ोर्स के साथ मिलकर कंबोडिया पर हवाई हमला किया. कंबोडिया की सेना ने बॉर्डर पर लड़ाके सेना तैनात कर दी और रसद के साथ हथियार भी उन तक पहुंचा दिए है, जिसे जंग की तैयारी कहा जा सकता है.
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जुलाई 2025 में ताजा हुआ था पुराना सीमा विवाद
बता दें कि थाईलैंड और कंबोडिया में जुलाई 2025 में सीमा विवाद फिर ताजा हुआ था, जिसके कारण दोनों में 5 दिन जंग चली थी. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने मामले में दखल दिया और दोनों देशों के बीच सीजफायर कराया. अक्टूबर 2025 में कुआलालंपुर में दोनों देशों के प्रतिनिधियों को आमने-सामने बिठकार बातचीत कराई गई, साथ ही एक बड़ा सीजफायर समझौता भी कराया, वह समझौता 2 महीने के अंदर ही टट गया और फिर जंग छिड़ गई.
शिव मंदिर और सीमा को लेकर छिड़ा है विवाद
बता दें कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बॉर्डर पर बने प्राचीन खमेर मंदिरों जैसे प्रीत विहार, प्रसात ता मुएन थम और प्रसात ता क्रबे को लेकर है, जिसे 19वीं-20वीं सदी में बनाए गए औपनेविशेक नक्शों में कंबोडिया में दिखाया गया है, लेकिन थाईलैंड इन्हें अपना हिस्सा बताते हुए हक जता रहा है, इसलिए सीमा विवाद गहरा गया है और जुलाई 2025 में यह विवाद फिर गहराया और दोनों देशों ने एक-दूसरे से व्यापार, आयात-निर्यात, आदान-प्रदान और टूरिज्म पर रोक लगा दी. साथ ही एक दूसरे के राजदूतों और राजनयिकों को भी निकाल दिया.