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Robot ने शख्स को कुचल कर मार डाला, सब्जियों के डिब्बे और इंसान में नहीं समझ पाया फर्क

South Korea robot crushed Factory Worker When Machine Fails To differentiate between human and box of vegetables:

Robot Crushed Man (Daily Mail)
South Korea robot crushed Factory Worker When Machine Fails To differentiate between human and box of vegetables: दक्षिण कोरिया से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां एक फैक्ट्री में रोबोट ने इंसान को कुचलकर मार डाला। रोबोट इंसान और सब्जियों के डिब्बे में अंतर नहीं कर पाया। यह घटना दक्षिण ग्योंगसांग की है। मेल ऑनलाइन के मुताबिक, 40 वर्षीय रोबोटिक्स कंपनी का कर्मचारी एग्रीकल्चर प्रोडक्शन सेंटर में मशीन के सेंसर का जायजा ले रहा था। रोबोटिक मशीन एक मिर्च के डिब्बे उठा रही थी, तभी उसने कर्मचारी को अपनी बांह से पकड़ लिया और उसे कन्वेयर बेल्ट पर धकेल दिया। जिससे उसका चेहरा और छाती कुचल गई। घायल होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

सेफ्टी मैनेजर के खिलाफ जांच शुरू

पुलिस सूत्रों ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि रोबोट में खराबी आ गई है और उसने व्यक्ति की पहचान एक बॉक्स के रूप में की है। पुलिस अब लापरवाही बरतने के लिए साइट के सेफ्टी मैनेजर के खिलाफ जांच शुरू करने की तैयारी कर रही है।

दो दिन पहले की गई टेस्टिंग

डोंगगोसॉन्ग एक्सपोर्ट एग्रीकल्चर कॉम्प्लेक्स के एक अधिकारी, जो प्लांट के मालिक हैं, उन्होंने बताया कि परीक्षण 8 नवंबर को होना था। लेकिन रोबोट के सेंसर में खराबी आने के कारण इसे दो दिन पहले 6 नवंबर को कर दिया गया।

पहले भी हुए दो हादसे

रोबोट में फंसकर आई थी चोटें: एग्रीकल्चर प्लांट में हुआ हादसा पहला नहीं है, जब किसी इंटेलिजेंस मशीन से किसी इंसान को नुकसान पहुंचा है। मार्च में 50 साल के एक दक्षिण कोरियाई शख्स को ऑटोमोबाइल पार्ट्स मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट में काम करते समय रोबोट में फंस जाने के कारण गंभीर चोटें आईं। शतरंज खिलाड़ी की तोड़ दी उंगली: जुलाई में रूस में एक मैच के दौरान शतरंज खेलने वाले एंड्रॉइड द्वारा एक बच्चे की उंगली तोड़ने का फुटेज सामने आया था। रूसी मीडिया आउटलेट्स ने बताया कि मॉस्को ओपन में रोबोट ने सात वर्षीय लड़के की उंगली पकड़ ली, क्योंकि वह उसकी तेज गतिविधियों से भ्रमित हो गया था।

रोबोट की सीमित होती है समझ

कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी के रोबोटिक्स विशेषज्ञ क्रिस्टोफर एटकेसन ने मेल ऑनलाइन को बताया कि रोबोटों की समझ सीमित होती है और इस प्रकार उनके आसपास क्या हो रहा है, इसके बारे में जागरूकता भी सीमित होती है। यह भी पढ़ें: कनाडाई लोग अपनी ही सड़कों पर चलने में डर रहे हैं, जस्टिन ट्रूडो ने अब क्यों कही ये बात  


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