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जिंदा जले थे 2977 लोग, भीषण विस्फोट, भयंकर आग… पढ़ें आज से 24 साल पहले हुए 9/11 आतंकवादी हमले की कहानी

Today History in Hindi: आज 11 सितंबर 2001 के दिन का इतिहास अमेरिका में 24 साल पहले हुए भीषण आतंकी हमले से जुड़ा है। अलकायदा के 19 आतंकियों ने 4 जहाजों को हाईजैक करके 2 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में घुसा दिया था। आतंकी हमले में विमान में सवार लोगों के साथ-साथ दोनों टॉवर में मौजूद लोगों ने जान गंवाई थी। इस आतंकी हमले ने अमेरिका के साथ पूरी दुनिया को हिला दिया था।

आतंकियों ने अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर दो दोनों टॉवर ढहा दिए थे।

September 11 Attacks: भारत के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा ही भयानक और दिल दहला देने वाला आतंकी हमला अमेरिका भी झेल चुका है। जी हां, आज 11 सितंबर 2025 को उसी आतंकी हमले को 24 साल हो गए, जिसके वीडियो देखकर आज भी दिल दहल जाता है। 11 सितंबर 2001 की सुबह न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स पर आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने यात्रियों से भरे 2 प्लेन टॉवर्स में घुसा दिए थे।

दुनिया ने देखा तबाही का खौफनाक मंजर

जैसे ही प्लेन टॉवर्स में घुसे, भयानक विस्फोट हुआ। आग की ऊंची-ऊंची लपटें, दम घोटने वाला का धुंआ, लोगों की चीखें, जान बचाकर भागते लोग… दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक अमेरिका ने 11 सितंबर 2001 की सुबह कलेजा चीरकर रख देने वाला विनाशकारी मंजर देखा। वह एक ऐसी त्रासदी थी, जिसने अमेरिका के इतिहास को बदल दिया। उस समय राष्ट्रपति रहे जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने दुनिया को संबोधित करके आतंकवाद के खिलाफ युद्ध की घोषणा की और संदेश दिया कि आतंकवाद का विनाश करना अब सबसे बड़ी लड़ाई है।

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क्या हुआ था 11 सितंबर 2001 की सुबह?

11 सितम्बर 2001 की सुबह अलकायदा के 19 आतंकियों ने अमेरिका में 4 यात्री विमानों अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट-11, यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट-175, अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट-77 और यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट-93 को हाईजैक किया। फिर आतंकियों ने 2 विमान न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टॉवर्स में घुसाए, जिससे दोनों टॉवर ढह गए। तीसरा विमान वाशिंगटन DC में पेंटागन से टकराया। चौथा विमान पेंसिल्वेनिया में क्रैश हुआ था। इस प्लेन का टारगेट व्हाइट हाउस था, जिस तक यह पहुंच नहीं पाया।

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फ्लाइट-11 का बोइंग-767 प्लेन सुबह 8 बजकर 46 मिनट पर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ टावर (1 WTC) की 93वीं से 99वीं मंजिल के बीच घुसा था। 17 मिनट बाद 9 बजकर 3 मिनट पर फ्लाइट-175 का बोइंग-767 प्लेन साउथ टावर (2 WTC) की 77वीं से 85वीं मंजिल के बीच घुसा था। फ्लाइट-77 का बोइंग-757 प्लेन 9 बजकर 37 मिनट पर अमेरिका के रक्षा विभाग के हेड ऑफिस पेंटागन से टकराया था। चौथी फ्लाइट-93 का बोइंग-757 प्लेन 10 बजकर मिनट पर खेत में गिरकर क्रैश हो गया था।

कितने लोग मारे गए थे आतंकी हमले में?

आतंकी हमले के समय WTC के दोनों टॉवर में 16000 से 18000 लोग मौजूद थे। दोनों विमानों में सवार लोगों समेत 2977 लोगों की मौत हुई थी। सड़क पर खड़े लोगों ने जहां विमानों को टॉवर से टकराते हुए देखा, वहीं आग में जलते लोगों को नीचे गिरते हुए देखा, जिससे पूरे न्यूयॉर्क शहर में दहशत फैल गई थी।

आतंकी हमले में जान गंवाने वालों में सबसे कम उम्र की 2 साल की क्रिस्टीन ली हैन्सन थी। सबसे ज्यादा उम्र की मृतका 82 वर्षीय रॉबर्ट नॉर्टन थी। दोनों ही टॉवर्स से टकराने वाले विमानों में सवार थे। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में करीब 2606 लोगों और पेंटागन में 125 लोगों ने जान गंवाई थी। चारों विमानों में 265 यात्री और क्रू मेंबर्स सवार थे। न्यूयॉर्क शहर के 343 फायरकर्मियों और 71 अधिकारियों की भी मौत हुई थी।

अमेरिका ने कितना नुकसान उठाया?

आतंकी हमले में करीब 6000 लोग घायल हुए थे। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टॉवर तबाह हो गए थे। 100 अरब डॉलर से ज्यादा आर्थिक नुकसान अमेरिका ने उठाया था। आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने अल-कायदा और तालिबान के खिलाफ जंग छेड़ी थी। अक्टूबर 2001 में अफगानिस्तान पर हमला किया था। साल 2003 में इराक पर हमला किया था। नवंबर 2001 में तालिबान की सरकार का पतन कर दिया गया था और तालिबान पर कब्जा करके अमेरिका की सेना ने अफगानिस्तान में सैन्य अभियान चलाया था। ट्रांसपोर्टेशन सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (TSA) गठित करके एयरपोर्ट पर सुरक्षा के नियम कड़े कर दिए गए थे।

न्यूयॉर्क का स्टॉक एक्सचेंज करीब 7 दिन बंद रहा। उस समय अलकायदा का नेतृत्व ओसामा बिन लादेन कर रहा था, जिसे अमेरिकन नेवी के सील्स ने पाकिस्तान में घुसकर एबटाबाद में एक मकाननुमा सुरंग में परिवार समेत 2 मई 2011 को ढेर कर दिया था। आतंकी हमले के मास्टरमाइंट खालिद शेख मोहम्मद को साल 2003 में गिरफ्तार करके ग्वांतानामो बे में कैद कर दिया गया था। अमेरिकी की सेना 20 साल बाद अफगानिस्तान से 2021 में हटी, जिसके बाद तालिबान में नई सरकार का गठन हुआ।


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