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‘किसी भी सूरत में आतंकवाद बर्दाश्त नहीं…’,ब्राजील में बोले PM मोदी

पीएम मोदी ने ब्राजील में आतंकवाद के साथ-साथ इसका समर्थन करने वालों को कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना ही जमकर निशाना साधा है। इसके अलावा किन-किन मुद्दों को लेकर चर्चा हुई है, जानें।

पीएम मोदी इन दिनों विदेशों के दौरे पर हैं और फिलहाल ब्राजील में हैं। वहां, उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रूख अपनाते हुए कहा कि जो लोग आतंकवाद और इससे जुड़ी गतिविधियों का समर्थन करते हैं। उन लोगों का भारत और ब्राजील कड़े तौर पर विरोध करता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस मुद्दे पर दोनों देश की सोच एक है। वहीं, दोनों देशों के बीच रक्षा के प्रति बढ़ता सहयोग भी दिखाता है। डेलीगेशन से बातचीत के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनसियो लूला दा सिल्वा के साथ पीएम मोदी ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक सोच रखते हैं।

दोनों देश आपसी विश्वास को दिखाते हैं- PM मोदी

उन्होंने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच गहरा रिश्ता है और इसे आपसी विश्वास को दिखाता है। वहीं डिफेंस इंडस्ट्री को और मजबूत करने का प्रयास जारी है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सुपर कंप्यूटर के फील्ड में हमारा पूरा सपोर्ट है। यह विकास और ह्यूमन सेंटर्ड इनोवेशन की एक सोच को दिखाता है। वहीं, पीएम मोदी ने इस बैठक में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की।

राष्ट्रपति लूला का दिया धन्यवाद

सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे पर पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत के लोगों के लिए अपनी एकजुटता दिखाने के साथ-साथ कड़ी निंदा अन्य देशों ने भी की। जिसमें ब्राजील के राष्ट्रपति लूला का धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति लूला ने आतंकवाद के खतरे के खिलाफ लड़ाई में अपना पूरा सहयोग दिया है।

इन मुद्दों को लेकर की चर्चा

पीएम मोदी और राष्ट्रपति लूला ने रक्षा और सुरक्षा, एग्रीकल्चर, फूड एंड न्यूट्रिशन सिक्योरिटी, एनर्जी और क्लाइमेट, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य टेक्नोलॉजी पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने खुलकर चर्चा की। हर क्षेत्र के लिए दोनों देशों का सहयोग पूरा रहेगा। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों देशों ने कई समझौतों पर साइन किए, जिसमें आतंकवाद और अपराध के खिलाफ हर लेवल पर सहयोग को लेकर भी समझौता किया गया। ये भी पढ़ें-  क्यों तालिबान नेताओं के खिलाफ बार-बार जारी हो रहा वारंट? ICC उठा सकता है ये बड़ा कदम


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