‘मुझे सेकेंडरी ब्रेस्ट कैंसर के खतरे के बारे में बताया होता, तो…’, लाइलाज बीमारी की शिकार महिला के आखिरी शब्द
Know About Danger Of Secondary Breast Cancer Heartbreaking Words Of Patient: करीब 70 साल की महिला को अपनी मौत से दो साल पहले पता चला कि उन्हें दोबारा कैंसर हो गया है। उन्हें पहली बार करीब 16 साल पहले यानी 2007 में ब्रेस्ट कैंसर हुआ था, लेकिन उन्होंने पहली बार में इस बीमारी पर जीत पा लिया था। दोबारा जब उन्हें जब इस लाइलाज बीमारी ने जकड़ा तो समय से पता नहीं चल पाया। महिला के पति के मुताबिक, उनकी पत्नी के आखिरी शब्द थे कि अगर डॉक्टरों ने मुझे सेकेंडरी ब्रेस्ट कैंसर के खतरे के बारे में बताया होता, तो समय से इलाज के बाद मैं अपने परिवार के साथ कई साल और बिता सकती थी। 70 साल की पेट्रीसिया की पिछले साल मृत्यु हो गई।
39 और 37 साल के दो बच्चों की मां पेट्रीसिया स्वानेल अर्थशास्त्री, बैंकर रही थीं। जब उन्हें दूसरी बार कैंसर के बारे में पता चला तो उन्होंने अपने जीवन के आखिरी दो साल ज्वलंत मुद्दों पर काम करने में बिताए। पेट्रीसिया ने अपने पति रॉबर्ट स्वानेल की मदद से ब्रेस्ट कैंसर से जुझने वाली महिलाओं के लिए £1 मिलियन से अधिक जुटाए।
तीन सप्ताह पहले यानी 8 सितंबर को अपनी पत्नी को खोने के बावजूद, 72 साल के रॉबर्ट अपना काम जारी रखे हुए हैं। वे कहते हैं कि पेट्रीसिया की मौत के बाद मुख्य मुद्दा ये है कि ज्यादातर महिलाओं को सेकेंडरी स्तन कैंसर के खतरे के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं दी जाती है।
ब्रिटेन में 7 में से एक महिला को स्तन कैंसर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन में 7 में से एक महिला को अपने जीवनकाल में स्तन कैंसर का पता चलता है और ऐसी महिलाओं की संख्या हर साल करीब 55 हजार होती है। कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि स्तन कैंसर के उपचार के बाद 83 फीसदी महिलाएं 10 साल जीवित रहती हैं, जबकि अगर कैंसर केवल स्तन में है तो ऐसी 99 फीसदी महिलाएं औसतन 5 साल जिंदा रहती हैं।
माध्यमिक स्तन कैंसर प्राथमिक ट्यूमर से पीड़ित 20 से 30 प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करता है और यूके में हर दिन 31 महिलाएं इससे मरती हैं, यानी हर साल लगभग 12,000 महिलाएं इस लाइलाज बीमारी की शिकार होती हैं।
पेट्रीसिया के दाहिने स्तन से 4 सेमी का ट्यूमर निकालने के लिए 2007 में कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी के बाद मास्टेक्टॉमी की गई थी। 5 साल के बाद उसे ये जानकर खुशी हुई कि वे कैंसर-मुक्त हो गई हैं, हालांकि कैंसर दोबारा न उभरे, इसलिए वे टैमोक्सीफेन लेतीं रहीं। उन्होंने अपना वजन कम रखा, व्यायाम किया और शराब नहीं पी।
चार साल पहले पेट्रीसिया को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हुईं। 2017 से पहले, वे थका महसूस करती थी और उनकी पसलियों के नीचे दर्द होता था। 2019 तक उनके दाहिने कूल्हे में बार-बार दर्द होने लगा जो धीरे-धीरे बढ़ता गया। अपने सेकेंडरी कैंसर के इलाज के दौरान वे बैसाखी पर थीं।
कैंसर का पता चले तो क्या करें?
सबसे पहले, अपने आप से अच्छी तरह बात करें, खुद को समझाएं। खतरे को शांत करने के लिए अपनी इंद्रियों का उपयोग करें, जिस भी तरीके से आपको शांति मिले, आप उसका यूज कर सकती हैं, जैसे- म्यूजिक सुनना, इंस्टूमेंट्स बजाना, टहलने जाना, ध्यान लगाना, दोस्तों से मिलना।
दूसरी बात, खुद को समय दें। आप शारीरिक रूप से क्या अनुभव कर रहे हैं, उसे नोट कर लें, ताकि आपके पास इसका रिकॉर्ड हो और फिर आप देख सकें कि आपके विचार व्यवस्थित हैं या नहीं। लेकिन अगर आपको शारीरिक समस्या बनी रहती है या आप चिंतित महसूस करते हैं, तो अपनी ऑन्कोलॉजी टीम या जीपी से सलाह लें।
सेकंड स्टेज के कैंसर के लक्षणों के बारे में जानकारी के लिए, breastcancernow.org पर जाएं।
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