Jabalia refugee camp Israel air strike kills dozens Palestinian refugees: गाजा पट्टी के उत्तरी इलाके में 8 शरणार्थी कैंप हैं, जिसमें जबालिया कैंप सबसे बड़ा है। इजराइल की ओर से यहां मंगलवार को ताबड़तोड़ बम बरसाए गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा इस सबसे बड़े कैंप को इजराइल ने मलबे में बदल दिया। यहां करीब 100 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जबकि 150 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं।
जबालिया कैंप में 2002 से फिलिस्तीनी शरणार्थी शरण लिए हुए हैं। इस शरणार्थी कैंप का पूरा एरिया 3 किलोमीटर का है। फिलिस्तीनी केंद्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, जून 2002 से इस शिविर में फिलिस्तीनी शरणार्थी रह रहे हैं। उस दौरान कैंप में शरणार्थियों की जनसंख्या 1 लाख 03 हजार 646 थी। पिछली बार यहां 2017 में जनगणना हुई, तब शिविर में रहने वाले फिलिस्तीनियों की जनसंख्या 49 हजार 462 थी। इजराइल और गाजा के सीमा पर एक गांव है, जिसका नाम जबालिया है और इसी के नाम पर इस शरणार्थी कैंप का नाम 'जबालिया कैंप' रखा गया। इस कैंप को धरती पर मौजूद सबसे घनी आबादी वाले इलाकों में से एक माना जाता है। इस कैंप पर 2014 में भी इजराइल ने हमला किया था, तब 15 फिलिस्तीनी मारे गए थे। इसके अलावा 2022 में यहां आग लगने से 21 लोगों की मौत हो गई थी। 9 अक्टूबर 2023 को भई जबालिया कैंप पर इजरायली हवाई हमले में बच्चों समेत दर्जनों लोग मारे गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जबालिया में 15 से अधिक स्कूल हैं, जहां फिलिस्तीनी शरणार्थियों के बच्चे शिक्षा लेते हैं। स्कूल के अलावा इस घनी आबादी वाले कैंप में फूड डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर, स्वास्थ्य केंद्र भी हैं। इसके अलावा एक लाइब्रेरी होने की बात कही गई है।---विज्ञापन---
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