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गाजा में घातक हमला कर ली 82 लोगों की जान, रफाह में इजराइली मर्कवा टैंकों ने मचाया तांडव

Israel Palestine War Latest Update: गाजा के रफाह में एक बार फिर इजराइल ने घातक हमला किया है। टैंकों से किए गए इस हमले में 82 लोगों के मारे जाने की बात सामने आई है। बताया गया है कि हमले के बाद काफी नुकसान हुआ है। हर ओर चीख पुकार मची है। दुनिया के कई देशों ने हमले की निंदा की है।

गाजा में इजराइल का घातक हमला।
Israel Palestine War: गाजा में एक बार फिर इजराइल ने टैंकों से हमला करके 37 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। हमले में सैकड़ों लोगों की हालत नाजुक बताई गई है। फिलिस्तीन को हाल ही में नॉर्वे, आयरलैंड और स्पेन ने देश के रूप में मान्यता दी है। इससे पहले यूएन चीफ ने भी हमले की निंदा की थी। लेकिन इसके बाद भी इजराइल ने घातक हमला कर लोगों को शिकार बनाया है। यह भी पढे़ं:बांग्लादेशी MP का तो नहीं वो 4 किलो मांस? मर्डर केस की जांच में जुटी पुलिस के हाथ बड़ी लीड गाजा के रफाह में हमले के बाद सामने आया है कि इजराइल के मर्कवा टैंक शहर के काफी अंदर जा चुके हैं। सिटी सेंटर पर भी अब आईडीएफ कब्जा जमा चुका है। बताया है कि इजराइल टैंकों के निशाने पर एक शरणार्थी शिविर आ गया, जिसके बाद काफी जान-माल की हानि हुई है। मंगलवार की रात लगभग 37 लोगों के मारे जाने की पुष्टि फिलिस्तीन हेल्थ अधिकारियों ने की है। दोपहर को ड्रोन अटैक में 21 जानें गई हैं। मरने वालों में 13 महिलाएं शामिल हैं। कम से कम 64 लोग घायल बताए गए हैं। वहीं, 10 लोगों की हालत बेहद नाजुक बताई गई है। दो दिन की बात करें, तो अब तक गाजा के रफाह में 82 लोग इजराइल ने मारे हैं। इसे नरसंहार बताया जा रहा है।

इजराइल ने मानी थी गलती

हमला रफाह के मुवासी एरिया में फील्ड अस्पताल के पास एक शिविर पर हुआ है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दर्द बयां किया कि उनकी आंखों के सामने रिश्तेदारों की मौत हो गई। वे लोग आराम कर रहे थे, अचानक विस्फोट हुआ। बाहर देखा तो लगभग 18 लोगों के शव पड़े थे। मारे गए लोगों में महिलाएं, बच्चे और पुरुष थे। इजराइली एयरफोर्स ने रविवार की रात ताल अल-सुल्तान के इलाके में भी शरणार्थी शिविर पर हमला किया था। जिसमें 45 लोगों की जान चली गई थी। अमेरिका ने इस हमले की निंदा की थी। मरने वालों में बच्चे और औरतें शामिल थीं। अमेरिका ने कहा था कि इजराइल की फौज गैर जरूरी जमीनी सैन्य ऑपरेशन कर रही है। पूर्व पीएम ओलमर्ट ने इसे गलत बताया था। वहीं, नेतन्याहू ने भी हमले के बाद गलती मानी थी।  


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