Major Libby Weiss Israel Defense Forces Spokesperson: फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास की ओर से हमला करने के बाद इजरायल ने भी जवाबी हमला शुरू कर दिया है। इजरायल की सेना गाजा में लगातार बमबारी कर रही है। दोनों ओर से हुए हमलों में 600 इजरायली और 300 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं। इस बीच इजरायल डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्ता की जिम्मेदारी मेजर लिब्बी वीस संभाल रही हैं। लिब्बी वीस वही हैं, जिन्होंने हमास की सुरंगों में लगभग 6 महीने गुजारे थे। आइए जानते हैं आखिर ये महिला कौन है...
हमास सुरंगों का दौरा कर चुकी हैं लिब्बी वीस
ओरेगॉन में जन्मीं इजरायल की आप्रवासी लिब्बी वीस को हमास सुरंगों का दौरा करने की जिम्मेदारी मिल चुकी है। 2017 की गर्मियों में उन्होंने ये जिम्मेदारी उठाई। उस वक्त वह सेना में कैप्टन पद संभाल रही थीं। लिब्बी वीस ने 2014 की अधिकांश गर्मियों का समय हमास की सुरंग में बिताया।
गाजा में हमास के खिलाफ ऑपरेशन 'प्रोटेक्टिव एज' के दौरान इजरायल की सेना ने सुरंग पर कब्जा कर लिया था। ये किबुत्ज ऐन हशलोशा के पास गाजा से इजरायल तक फैली हुई थी। इजरायल रक्षा बलों के प्रवक्ता के रूप में वीस को पत्रकारों को सुरंग दिखाने का काम सौंपा गया था। वह विदेशी पत्रकारों को क्लॉस्ट्रोफोबिक क्षेत्र में ले जाने वाली पहली महिला थीं। वीस कई बार दुश्मन के काफी करीब पहुंच गई थीं।
20 साल की उम्र में चली गई थीं इजरायल
संयुक्त राज्य अमेरिका में जन्मी और पोर्टलैंड, ओरेगॉन में पली-बढ़ी वीस 20 साल की उम्र में इजरायल चली गई थीं। उसके तुरंत बाद वह सेना में भर्ती हो गईं। खास बात यह है कि 23 साल की उम्र में वीस सैन्य सेवा छोड़ सकती थीं, लेकिन उन्होंने इसे जारी रखने का फैसला लिया। वीस का मानना है कि वह इसे नागरिक की बुनियादी जिम्मेदारी के रूप में देखती हैं।
डिजास्टर रिलीफ डेलिगेशन में कर चुकी हैं काम
वीस ने अपने पूरे सैन्य करियर में आईडीएफ प्रवक्ता इकाई में काम किया है। इजरायल सेना में नौकरी के बाद उन्हें उत्तरी अमेरिकी मीडिया विभाग का प्रमुख नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने चार साल बिताए। वह जल्द ही कैप्टन के पद तक पहुंच गईं। 2013 के फिलीपींस तूफान और 2015 नेपाल भूकंप के बाद वीस उन देशों में आईडीएफ डिजास्टर रिलीफ डेलिगेशन के साथ तैनात रहीं।
ये भी पढ़ें: हमास के हमले में 350 नागरिकों की मौत, इजराइल का दावा- 400 फिलिस्तीनी चरमपंथियों को मार गिराया
बच्चे का नाम इजरायल
विदेश में असाइनमेंट के दौरान वीस ने कुछ भयानक दृश्य और कुछ चमत्कार देखे। नेपाल में उन्होंने कई दिनों से मलबे में फंसे एक लड़के को जीवित बाहर निकाला। फिलीपींस में वीस वहां के आईडीएफ फील्ड अस्पताल में जन्मे पहले बच्चे के जन्म के दौरान मौजूद रहीं। खास बात यह है कि बच्चे का नाम इजरायल रखा गया है।
2010 में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में डिग्री के साथ स्नातक होने के बाद वीस ने इजरायल सरकार फेलो में भाग लेने में एक साल बिताया, जो यरूशलेम में मेनाकेम बिगिन हेरिटेज सेंटर द्वारा संचालित एक इजरायल प्रोग्राम है।
ये भी पढ़ें: मुझे मत मारो… जान की भीख मांगती रही महिला, बाइक पर उठा ले गए हमास के आतंकी
हमास युद्ध अपराधी
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) की प्रवक्ता मेजर लिब्बी वीस ने हमास के हमले के बारे में कहा है- महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सीमा पार घसीटा गया। संगीत समारोह में युवा लोगों की हत्या कर दी जाती है। यह स्पष्ट है कि कोई भी इसका समर्थन नहीं कर सकता। स्पष्ट है कि हमास युद्ध अपराधी है। उन्होंने यहां जो किया है वह भयानक और पूरी तरह से अक्षम्य है।