ईरान के बंदरगाह शहर बंदर अब्बास में शनिवार को बड़ा धमाका हुआ, जिससे भीषण आग लग गई। आसमान में धुएं का विशाल गुब्बार उड़ता दिखाई दे रहा है। इस विस्फोट से अफरातफरी मच गई और 500 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। राहत और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचा और रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहा है। बताया जा रहा है कि राजई बंदरगाह पर ऑयल कंटेनरों की वजह से यह विस्फोट हुआ।
ईरान के होर्मोज्गान प्रांत के बंदर अब्बास शहर में राजई बंदरगाह स्थित है। बंदर अब्बास शहर से यह बंदरगाह 32 किलोमीटर दूर होर्मुज जलडमरूमध्य पर स्थित है। यह ईरान का व्यापारिक बंदरगाह है। इसी राजई बंदरगाह से देश के 80-85 प्रतिशत से अधिक बाहरी व्यापार होता है। यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र है। राजई बंदरगाह पर कंटेनर, सामान्य कार्गो, बल्क कार्गो, तेल उत्पाद, खाद्य तेल, बंकरिंग, खनिज और भंडारण सेवाएं उपलब्ध हैं। राजई बंदरगाह से भारत का व्यापारिक संबंध है।
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जानें ईरानी बंदरगाह से भारत का क्या है संबंध?
ईरान के बंदरगाह में हुए विस्फोट से भारत के व्यापार पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि राजई बंदरगाह और भारत के बीच महत्वपूर्ण संबंध हैं। यह बंदरगाह कंटेनर यातायात और तेल भंडारण का मेन सेंटर है और यह भारत के लिए मध्य पूर्व और मध्य एशिया तक पहुंचने की कनेक्टिविटी है। राजई बंदरगाह भारत, ईरान और रूस के बीच एक महत्वपूर्ण परिवहन मार्ग है। इसी बंदरगाह से होकर भारत का माल मध्य एशिया और यूरोप तक पहुंचता है। राजई बंदरगाह और भारत के बीच का संबंध व्यापार, सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग का है।
कंटेनर ट्रैफिक कंट्रोल करता है राजई बंदरगाह
राजई बंदरगाह की ओर से मुख्य रूप से कंटेनर ट्रैफिक कंट्रोल किया जाता है, जिसमें तेल टैंक और पेट्रोकेमिकल इकाइयां उपस्थित हैं। इसकी वजह आग बढ़ती जा रही है। ईरानी मीडिया ने बताया कि ईरान के सीमा शुल्क प्राधिकरण ने बंदरगाह के निर्यात और ट्रांजिट शिपमेंट भेजने पर प्रतिबंध लगा दिया। ये प्रतिबंध अगले आदेश तक लगा रहेगा।