Indian Deported From United State : अमेरिका से डिपोर्ट के किए गए भारतीयों की पहली खेप आ चुकी है। अब इन भारतीयों की चौंकाने वाली कहानी सामने आ रही है। लोग रोंगटे खड़े कर देने वाले अनुभव शेयर कर रहे हैं। खतरनाक पहाड़ों पर चढ़ाई की, समुद्र और जंगलों को पार किया और फिर पकड़े और टूटे हुए सपने के साथ अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचे। इसके बाद अब लोगों ने रोंगटे खड़े कर देने वाला अनुभव शेयर किया है।
पंजाब के गुरदासपुर के 36 वर्षीय जसपाल सिंह ने कहा कि हमें अमेरिका जाने के लिए 30 लाख रुपए दिए थे। हमें बताया गया था कि हम कानूनी रास्ते से जायेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। हमें ब्राजील ले जाया गया, जहां 6 महीने तक हम इंतजार करते रहे। 24 जनवरी को अमेरिकी सीमा गश्ती दल ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद 11 दिन तक हिरासत में रखा गया।
जसपाल सिंह ने सुनाई कहानी
जसपाल सिंह ने कहा कि हमें पता ही नहीं था कि विमान से कहां ले जाया जा रहा है। हम तो यही सोच रहे थे कि हमें दूसरे हिरासत केंद्र में ले जाया जा रहा है। कुछ समय बाद पता चला कि हमें भारत वापस भेजा रहा है। हमें हथकड़ी लगाई गई और हमारे पैरों को जंजीरों से तब तक बांधा गया। यह तब तक रहा, जब तक हम अमृतसर नहीं पहुंच गए।
बता दें कि अमेरिका में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत इन प्रवासियों को पकड़ा गया था। इनमें से 33 हरियाणा और गुजरात से, 30 पंजाब से, तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से और दो चंडीगढ़ से थे। इसमें 19 महिलाएं और 13 नाबालिग भी सवार थे। बच्चों में एक चार साल का लड़का और पांच और सात साल की दो लड़कियां भी शामिल थीं।
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अमेरिका से अमानवीय तरीके से भारतीयों को भेजे जाने पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। 104 भारतीयों को "अमानवीय" तरीके से वापस भेजे जाने के मुद्दे पर जमकर बवाल हो रहा है। इसी बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। कहा जा रहा है कि इस मामले को विदेश मंत्री संसद में जवाब भी दे सकते हैं।