Imran Khan death claim Pakistani autorities denied: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान ख़ान की जेल में हत्या का दावा किया गया. अफ़ग़ानिस्तान टाइम्स में प्रकाशित अफ़ग़ान मीडिया पोर्टल के दावे के बाद पीटाआई समर्थकों में विरोध और आक्रोश फैल गया है. उधर, पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा है कि ख़ान जीवित हैं. पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस साल मई में खान की मौत से जुड़ी एक और ऐसी ही अफवाह का हवाला दिया. हालांकि पीटीआई समर्थकों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश है कि खान की बहनों, अलीमा और नोरीन को दूसरी बार खान से मिलने नहीं दिया गया.
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जेल के बाहर धरने पर बैठे पीटीआई समर्थक
पाकिस्तान के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए पीटीआई समर्थकों ने 25 नवंबर की रात को अदियाला जेल के बाहर धरना दिया और पाकिस्तान सरकार की उदासीनता और अत्याचारों का आरोप लगाया. उन्होंने 'आज़ादी' के नारे लगाते हुए मीडिया ब्लैकआउट की निंदा की और ख़ान की आज़ादी की मांग की. इमरान खान की बहन अलीमा खान ने पाकिस्तान सरकार पर उनके भाई इमरान खान को अवैध रूप से अलग-थलग करने का आरोप लगाया है.
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इमरान खान को एकांत कारावास में रखा गया है. गौहर अली खान जैसे पीटीआई नेताओं ने कहा है कि जेल के अंदर इमरान खान को बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित रखा गया है और उनके साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है. उनके परिवार को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है और उनकी सेहत बिगड़ती जा रही है. खान को 2023 से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद कर दिया गया है.
सुनियोजित हिंसा का आरोप
पंजाब पुलिस प्रमुख उस्मान अनवर को लिखे एक पत्र में खान की बहनों ने स्थानीय अधिकारियों पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान उनके खिलाफ क्रूर और सुनियोजित हिंसा का आरोप लगाया है . उन्होंने शिकायत की है कि जब वे जेल परिसर के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश कर रही थीं तो लाइटें बंद कर दी गईं, मीडिया को बाहर रखा गया और पुलिसकर्मियों ने उन्हें घसीटा.