Gaza Water Crisis: गाजा में लाखों लोग गंभीर जल संकट का सामना कर रहे हैं. इजरायली हमलों ने यहां के मुख्य वॉटर सप्लाई नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है. इससे कई वॉटर रिसोर्स नष्ट हो गए हैं. इस हमले से जल आपूर्ति में भी लगभग 70% तक कमी आ गई है. इस नई समस्या ने लोगों के दैनिक जीवन पर भी प्रभाव डाला है. बचे हुए पानी को प्राप्त करने के लिए लोग लंबी लाइनों में घंटों खड़े रहते हैं.
बढ़ी आम लोगों की परेशानी
पानी की कमी ने लाखों लोगों के जीवन को और कठिन बना दिया है. गाजावासी पहले से ही पर्याप्त भोजन, दवाओं और बिजली की किल्लत से परेशान हैं, अब उन्हें पीने योग्य पानी के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है. कुछ लोगों को दिनभर में सिर्फ कुछ लीटर पानी ही मिल पा रहा है.
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संगठनों ने जताया दुख
गाजा के हालातों को देख मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि पानी जैसी बुनियादी जरूरत को नष्ट करना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और इस युद्ध में 'पानी को हथियार' की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. UN और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि यदि हालात ऐसे ही रहे तो गाजा में गंभीर स्वास्थ्य संकट पैदा हो सकता है, जिसमें बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा.
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लंबे समय से चल रहा संघर्ष
गाजा और इजरायल के बीच लंबे समय से संघर्ष जारी है जिसने गाजावासियों के जीवन को अत्यधिक प्रभावित किया है. 1948 के बाद से इस क्षेत्र में कई युद्ध और झड़पें हुई हैं, जिसके चलते गाजा की बुनियादी सुविधाओं पर लगातार असर हो रहा है. पिछले दशकों में भी इजरायल और हमास के बीच तनाव से गाजा की आर्थिक और सामाजिक संरचना कमजोर होती जा रही है. बार-बार हुए हमलों के कारण गाजा के पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे स्कूल, अस्पताल, सड़कें और जल आपूर्ति नेटवर्क लगातार नष्ट हो रहे हैं.
पानी की समस्या सेहत के लिए भी संकट
हाल ही में हुए हमलों से गाजा के जल संकट को बढ़ा दिया है. बता दें कि पानी की समस्या सिर्फ पीने के पानी तक सीमित नहीं है बल्कि स्वास्थ्य, स्वच्छता और खेती-बाड़ी पर भी गंभीर रूप प्रभाव डालती है. पाइपलाइन और पंपिंग सिस्टम के ध्वस्त होने से गाजा के लोगों घंटों तक लाइनों में खड़े होकर बचे हुए पानी को इक्ट्ठा करने की जद्दोजहद करनी पड़ रही है. बोतलबंद पानी के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ रही है.
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