France unrest: फ्रांस दंगे की चपेट में है। पुलिस की गोलीबारी में एक लड़के की मौत के बाद बड़ी हिंसा भड़क उठी है। कई शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ हुई है। हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों ने बसों, कारों समेत इमारतों में भी आग लगा दी। पूरे फ़्रांस में चालीस हज़ार पुलिस अधिकारियों को तैनात किए गए हैं।
पेरिस के पश्चिमी बाहरी इलाके के शहर नैनटेरे में जहां मंगलवार को 17 वर्षीय नाहेल एम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, प्रदर्शनकारियों ने कारों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने इमारतों पर "नाहेल के लिए प्रतिशोध" लिख दिया। साथ ही इमारतों में तोड़फोड़ की।
राष्ट्रीय पुलिस ने गुरुवार रात कहा कि अधिकारियों को मार्सिले, ल्योन, पाउ, टूलूज़ और लिली में आग और आतिशबाजी सहित नई घटनाओं का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया पर वीडियो में देश भर में कई आग दिखाई दीं, जिनमें पेरिस के उत्तर में एक उपनगर में एक बस डिपो और पूर्वी शहर ल्योन में एक ट्राम भी शामिल है। शहर के मुख्य समाचार पत्र ला प्रोवेंस की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस के दूसरे सबसे बड़े शहर मार्सिले में पुलिस ने पर्यटन स्थल ले विएक्स पोर्ट में युवाओं के साथ झड़प के दौरान आंसू गैस के ग्रेनेड दागे।
27 जून को राजधानी पेरिस के एक क़स्बे नूतै में दो पुलिसवालों ने ट्रैफ़िक चेकपॉइंट पर एक कार को रोका। इसमें तीन लोग सवार थे। पुलिस ने गोली चला दी इसमें 17 साल के नाएल की मौत हो गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में लोग विरोध में सड़कों पर निकले। हालांकि पुलिस का कहना है कि नाएल ट्रैफ़िक रूल्स तोड़ रहा था। वो रुकने के लिए भी तैयार नहीं था। लेकिन नाएल के घर वालों का आरोप है कि बिना किसी ग़लती के उसकी हत्या की गई। उनका कहना है कि ये नस्लभेद की वजह से हुआ है।