Foreign Media On Ram Mandir Inauguration Ram Lalla Pran Pratishtha: 500 बाद से चल रहा संघर्ष पूरा हुआ, शुभ घड़ी आई और अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। पूरा देश, पूरी दुनिया इन ऐतिहासिक पलों की साक्षी बनी। देश में ही नहीं, दुनियाभर में रामलला के दर्शन के लिए गजब का उत्साह देखने को मिला। प्राण प्रतिष्ठा के समय जैसे ही रामलला की पहली झलक सामने आई, जय श्रीराम के नारे गूंजने लगे। देशभर के मीडिया की नजरें सिर्फ रामलला की मूर्ति और प्राण प्रतिष्ठा कर रहे PM मोदी पर टिकी थी। विदेशी मीडिया ने भी प्राण प्रतिष्ठा की कवरेज की। आइए जानते हैं कि विदेश मीडिया ने प्राण प्रतिष्ठा को कैसे लिया?
NBC ने कहा- मोदी ही जीतेंगे लोकसभा चुनाव
अमेरिका के NBC न्यूज चैनल ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा दिखाई। इस दौरान चैनल के एक्सपर्ट पैनल ने कहा कि राम मंदिर दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में धार्मिक तनाव को आगे की ओर लेकर जाएगा। अयोध्या में बन रहा राम मंदिर हिंदू के सबसे बड़े देवता श्रीराम का मंदिर है। यह मंदिर 30 लाख आबादी वाले अयोध्या शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा। राम मंदिर शुरुआत से ही भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाता आया है और आगे भी निभाएगा। भारत में होने वाले आगामी चुनाव इस बार भी नरेंद्र मोदी ही जीतेंगे। चैनल की ओर से यह भी कहा गया कि मॉरीशस में रह रहे भारतीयों को प्राण प्रतिष्ठा देखने के लिए 2 घंटे की छुट्टी दी गई।
ब्रिटेन की मीडिया ने क्या कहा?
ब्रिटेन के मीडिया ने भी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को ऐतिहासिक क्षण बताते हुए भारतीयों से आग्रह किया कि आज के दिन लोग अपने घर में दीये जलाकर दिवाली मनाएं। लंदन के रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एक धार्मिक उत्सव से ज्यादा चुनाव प्रचार लग रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देखकर ऐसा लग रहा है कि वह एक राजा हैं, जो एक मंदिर का अनुष्ठान कर रहे हैं।
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रॉयटर्स ने यह भी लिखा कि राम मंदिर राजनीतिक मतभेद पैदा कर रहा है, क्योंकि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से विपक्षी पार्टियों ने पहले ही मना कर दिया था। विपक्षी पार्टियों ने यह भी कहा कि राम मंदिर का अनुष्ठान धार्मिक नहीं, यह तो भाजपा और मोदी का इवेंट है। ब्रिटेन के BBC वर्ल्ड ने अयोध्या में बने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लिखा कि यह मंदिर 16वी शताब्दी में बनी मस्जिद की जगह लेने वाला है, जिसे हिंदू धर्म की भीड़ ने तोड़ दिया था। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से कई विपक्षी पार्टियों ने दूरी बनाकर रखी है।
रूस की मीडिया ने क्या कहा?
रूस के सरकारी अखबार में भी राम मंदिर को लेकर लिखा गया कि अयोध्या में राम मंदिर के बनने से अयोध्या की काया पलट हो जाएगी। अयोध्या जिसे राम भगवान का जन्मस्थान माना गया है, उस शहर में विकास का काम तेजी से हो रहा है। जमीनों की कीमतें लगातार आसमान छू रही हैं। यह मंदिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2019 के चुनावी वादों में से एक था। मंदिर को लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही बना दिया गया है। इससे बड़ी उपलब्धि और क्या होगी।
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