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लंदन में 400 साल बाद जन्मा विलुप्त जीव ‘ऊदबिलाव’, सामने आई बेबी बीवर की पहली तस्वीर

Extinct creature ‘beaver’ born in London after 400 years: ऊदबिलाव को दुलर्भ प्रजातियों में गिना जाता है। दुनियाभर में ये बहुत कमी के हिसाब से पाए जाते हैं। हालांकि, भारत में ऊदबिलाव तो देखने को मिल जाते हैं लेकिन ब्रिटेन में इनकी प्रजाति न के बराबर है। ब्रिटेन ने इनकी प्रजाति को बढ़ाने के लिए […]

Extinct creature 'beaver' born in London after 400 years: ऊदबिलाव को दुलर्भ प्रजातियों में गिना जाता है। दुनियाभर में ये बहुत कमी के हिसाब से पाए जाते हैं। हालांकि, भारत में ऊदबिलाव तो देखने को मिल जाते हैं लेकिन ब्रिटेन में इनकी प्रजाति न के बराबर है। ब्रिटेन ने इनकी प्रजाति को बढ़ाने के लिए एक परियोजना को शुरू किया है। इसके बाद अब लंदन में 18 महीने बाद ऊदबिलाव का जन्म हुआ है। बताया जा रहा है कि लंदन में 400 साल बाद इस प्रजाति के बच्चे का जन्म हुआ है। इसी के साथ बेबी ऊदबिलाव की एक तस्वीर भी सामने आई है।

लंदन में 400 साल बाद जन्मा विलुप्त जीव 'ऊदबिलाव'

लंदन में ऊदबिलाव इंट्रोडक्शन परियोजना के जरिए बेबी ऊदबिलाव का 400 बाद जन्म हुआ है। इससे पहले 16वीं शताब्दी में एलिजाबेथ के शासन के दौरान इसका शिकार किया गया था क्योंकि लोगों ने मुख्य रूप से उनके फर और मांस के लिए उन्हें मार डाला था। ऊदबिलाव के संरक्षण के लिए कैपेल मैनर कॉलेज बीवर ट्रस्ट की सलाह का पालन करेगा । साथ ही अनुभवी विदेशी पशु चिकित्सक द्वारा बीवर की व्यापक स्वास्थ्य जांच करवाएगा। बहरहाल, जानवर का लिंग अभी तक तय नहीं हुआ है।

ऊदबिलाव बाढ़ से बचाने में देगा योगदान

पर्यावरण के लिए एनफील्ड काउंसिल के कैबिनेट सदस्य रिक ज्वेल ने कहा कि प्राकृतिक आर्द्रभूमि पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में बीवर की कड़ी मेहनत उत्कृष्ट बाढ़ सुरक्षा में योगदान देगी। स्थानीय क्षेत्र और सैकड़ों घरों को बाढ़ से बचाएगी। इस बीच, कैपेल मैनर कॉलेज के पशु संग्रह प्रबंधक मेग विल्सन ने कहा, "हम इस नए आगमन के बारे में रोमांचित हैं। हमने देखा है कि बीवर किस तरह के विकास में शामिल हैं और उसने आर्द्रभूमि क्षेत्र में कैसे सुधार किए हैं।

लोग जा सकेंगे "बीवर सफारी" पर

उन्होंने आगे कहा कि अब हम अपने प्रयासों का डेटा एकत्र करने पर केंद्रित कर रहे हैं, जिससे हमें उम्मीद है कि बीवरों के पर्यावरण पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभावों के बारे में और सबूत मिलेंगे। बताया जा रहा है कि लंदन के लोग अब अधिकारियों की रीवाइल्डिंग परियोजना के हिस्से के रूप में प्राणियों को देखने के लिए "बीवर सफारी" पर जा सकेंगे।


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