Earthquake in China: भारत के पड़ोसी देश चीन में भूकंप के झटके लगे हैं। आज 16 मई दिन शुक्रवार की अलसुबह आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई। हालांकि भूकंप से किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NSC) ने भूकंप के झटके लगने की पुष्टि की है। चीन से पहले आधी रात के बाद करीब 12.47 बजे अफगानिस्तान में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे। दिन में तुर्की और म्यांमार में भी भूकंप के झटके लगे थे, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3 से 5 के बीच रिकॉर्ड हुई थी।
तुर्की में दोपहर में आया था भूकंप
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NSC) के अनुसार, तुर्की में बीते दिन दोपहर को करीब 2 बजे भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.2 मापी गई थी। तुर्की में भूकंप तब आया था, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन बातचीत कर रहे थे। भूकंप तुर्की के मध्य भाग में आया था और राजधानी अंकारा तक भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तुर्की की आपदा एजेंसी (AFAD) ने भूकंप आने की पुष्टि की और बताया कि भूकंप कोन्या प्रांत के कुलु जिले में आया। भूकंप से देश के किसी भी हिस्से में किसी भी तरह के नुकसान, चोट या जान माल की हानि की कोई सूचना नहीं है।
ग्रीस में भी आया था जोरदार भूकंप
तुर्की से पहले ग्रीस के फ्राई में बुधवार की सुबह 6.1 की तीव्रता वाला भूकंप आया था। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 1:51 बजे 78 किलोमीटर की गहराई पर आया। भूकंप के झटके मिस्र के काहिरा से लेकर इजरायल, लेबनान, तुर्की और जॉर्डन तक महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र ग्रीस के दक्षिण-पूर्व में समुद्र में मिला था, इसलिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी, जिसे कुछ घंटे बाद वापस भी ले लिया गया था।
बता दें कि फरवरी 2023 में तुर्की और सीरिया में शक्तिशाली भूकंप आए थे। एक भूकंप 7.8 की तीव्रता का था और दूसरा भूकंप 7.5 की तीव्रता का आया था। भूकंप के इतने शक्तिशाली झटके लगे थे कि इमारतें ढह गईं थी। विनाशकारी भूकंप से तुर्की में 59000 और सीरिया में 8000 लोगों की मौत हुई थी।