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पाकिस्तान के बाद इस देश में आया भूकंप, जानें कितनी रही तीव्रता और नुकसान

पाकिस्तान में 30 अप्रैल की रात 4.4 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके कुछ ही घंटे बाद 1 मई की सुबह इंडोनेशिया में भी 4.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।

पाकिस्तान में 5 दिन दूसरी बार भूकंप के जोरदार झटके लगे हैं।
Earthquake: एक तरफ पहलगाम अटैक के बाद भारत के हमले का डर और दूसरी तरफ प्रकृति की मार पाकिस्तान पर तो खुदा भी मेहरबान नहीं हो रहा है। जी हां, पाकिस्तान में बीती रात भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसके बाद लोगों में हड़कंप मच गया। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, बुधवार को 21:58:26 (आईएसटी) पर पाकिस्तान में भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 मापी गई है। भूकंप के झटके तेज थे ऐसे में लोगों में डर का माहौल रहा। पाकिस्तान के बाद अब इंडोनेशिया में भी भूकंप आया है जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.10 मापी गई है।

इंडोनेशिया में कब आया भूकंप?

इंडोनेशिया की धरती भूकंप के तेज झटकों से हिलने लगी। अर्थक्वेक अलर्ट के अनुसार ये भूकंप 1 मई की सुबह 5 बजकर 8 मिनट पर आया। भूकंप के झटकों से लोगों की नींद खुल गई और वो अपने घरों से बाहर आ गए। ऐसे में अब वहां के लोगों में दहशत का माहौल है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.10 मापी गई है। हालांकि अभी तक किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि की कोई खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र नॉर्थ की साइड 278 किलोमीटर की गहराई में था। यह भी पढ़ें: भारत के डर से बढ़ी पाकिस्तान की बौखलाहट, ‘सीनेट’ में ‘पाक’ सांसद ने पार की हदें

पाकिस्तान में भी आया भूकंप

इंडोनेशिया से कुछ घंटे पहले पाकिस्तान में भी भूकंप आया। बीती रात को पाक की धरती भूकंप के तेज झटकों से हिलने लगी। लोगों में डर का माहौल बन गया। एक पल को तो वहां के लोगों को लगा होगा कि कहीं भारत के हमलों से तो धरती नहीं हिल रही है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पहलगाम अटैक के बाद भारत के सख्त रवैये से पाक डर से कांप रहा है। उसके ऊपर से धरती का अचानक से हिलना तो डर तो जायज है।

कब खतरनाक होते हैं भूकंप?

अब ये भी जान लेते हैं कि भूकंप कब ज्यादा खतरनाक होता है। दरअसल रिक्टर स्केल के मुताबिक 2.0 की तीव्रता से कम वाले भूकंप आना आम बात है जो रोजाना आठ हजार बार आते हैं। कई बार तो लोग इन्हें मससूस भी नहीं कर पाते। वहीं रिक्टर स्केल पर 3.0 से लेकर 3.9 की तीव्रता वाले भूकंप के झटके साल में लगभग 49 हजार बार दर्ज किए जाते हैं, ये कम महसूस होते हैं लेकिन कई बार नुकसान पहुंचा जाते हैं। मगर 4. 6 से ऊपर के भूकंप चिंता पैदा कर सकते हैं, क्योंकि इससे हानि होने के चांस रहते हैं। इसका उदाहरण म्यांमार में आया भूकंप है जिसमें कई लोगों की जान चली गई और न जाने कितने लोग घर से बेघर हो गए। यह भी पढ़ें: Delhi Haat में आग से 28 दुकानें जलकर राख, एक रात में करोड़ों का नुकसान


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