श्रीलंकाई विदेश मंत्री के अनुसार, कोलंबो ने चीनी जहाज शि यान 6 को भारतीय सुरक्षा चिंताओं के कारण हिन्द महासागर में आयात करने की अनुमति नहीं दी। मंत्रालय ने बताया कि हमने, चीनी जहाज शि यान 6 को अनुमति नहीं दी क्योंकि यह भारत के लिहाज से भी एक सुरक्षा का विषय है। यह श्रीलंका-भारत के आयत संबंधों पर असर डाल सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यदि चीन का यह जहाज श्रीलंका के मानकों का पालन करता है तो उसे कोई समस्या नहीं होगी। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अक्टूबर में कोलंबो बंदरगाह पर चीनी जहाज शि यान 6 को खड़ा करने की अनुमति पर अपनी प्रितिक्रिया भेज रही है।
श्रीलंका पर अपना प्रभुत्व समझता है चीन
वहीं भारत चीनी जहाज शि यान 6 को लेकर 18 अक्टूबर को निर्णय ले सकता है क्योंकि बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) की 10वीं वर्षगांठ मनाने के लिए राष्ट्रपति विक्रमसिंघे की बीजिंग में मीटिंग होनी है। बता दें कि अक्सर देखने में आता है चीन, श्रीलंका पर अपना प्रभुत्व समझता है।