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क्या भारत के खिलाफ जंगी तैयारी कर रहा चीन-पाकिस्तान? लड़ाकू विमान-युद्धपोत लेकर निकला ड्रैगन

China-Pakistan joint maritime exercise Indian Navy closely tracking: संबंधित एजेंसियों को संदेह है कि चीनी और पाकिस्तानी युद्धपोत फारस की खाड़ी के उन क्षेत्रों की ओर बढ़ सकते हैं।

china-pakistan joint maritime exercise
China-Pakistan joint maritime exercise Indian Navy closely tracking: दुनिया में अस्थिरता का दौर चल रहा है। एक तरफ रूस-यूक्रेन के बीच जंग चल रही है तो दूसरी तरफ हमास और इजरायल एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं। इस बीच चीनी पनडुब्बियां और युद्धपोत पाकिस्तान की ओर बढ़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि चीन और पाकिस्तान युद्धाभ्यास करने वाले हैं। ऐसे में भारतीय नेवी पी-8आई निगरानी विमानों और एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन के जरिए चीन की मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है। दरअसल, भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी नौसैनिक गतिविधियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखती है। ग्लोबल लेवल पर इसे भारत की जिम्मेदारी का क्षेत्र माना जाता है।

फारस की खड़ी में चीनी युद्धपोत

एएनआई ने सिक्योरिटी एजेंसी के सूत्रों के हवाले से बताया कि एक विध्वंसक और फ्रिगेट के साथ एक टैंकर सहित चीनी नौसेना के तीन युद्धपोत फारस की खाड़ी क्षेत्र में हैं और समुद्री अभ्यास के लिए पाकिस्तानी नौसेना के इसमें शामिल होने की संभावना है। तीनों युद्धपोत मई 2023 से 44वीं एंटी-पाइरेसी एस्कॉर्ट फोर्स का हिस्सा थे और अब उन्होंने अदन की खाड़ी में 45वीं एपीईएफ को एंटी-पाइरेसी भूमिका की जिम्मेदारी सौंप दी है। 45वें APEF ने अक्टूबर में IOR में हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश किया और तब से वहीं है। संबंधित एजेंसियों को संदेह है कि चीनी और पाकिस्तानी युद्धपोत फारस की खाड़ी के उन क्षेत्रों की ओर बढ़ सकते हैं। यह वही क्षेत्र है जहां इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद अमेरिका ने अपनी नौसना की तैनाती कर रखी है। चीनी युद्धपोतों में एक पनडुब्बी सपोर्ट वेसल चांग दाओ (एएसआर 847) के साथ एक सॉन्ग क्लास पनडुब्बी भी शामिल हो गई है। भारतीय नौसेना की संपत्ति द्वारा इन जहाजों की बारीकी से निगरानी की गई। भारतीय नौसेना को मलक्का जलडमरूमध्य के आसपास के क्षेत्रों में तैनात किया गया है और वह अपने P-8I पनडुब्बी रोधी युद्धक विमानों और प्रीडेटर ड्रोन को बड़े पैमाने पर उड़ाती है।

नवंबर के मध्य में युद्धाभ्यास होने की उम्मीद

पाकिस्तानी नौसेना के साथ युद्धाभ्यास नवंबर के मध्य या अंत में आयोजित करने की योजना है और इसमें पाकिस्तानी संपत्ति की भागीदारी होगी। भारतीय नौसैनिक संपत्तियों ने सितंबर के मध्य से आईओआर में एक चीनी अर्ध-सैन्य अनुसंधान पोत, शि यान 6 को भी ट्रैक किया है। यह भी पढ़ें: शिवसेना के 16 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता का केस दर्ज, अब 2 नवंबर को होगी सुनवाई


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