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‘हमने खून दिया…देश किसी के बाप का नहीं…’ ढाका में हजारों हिंदुओं का प्रदर्शन, रखी ये 4 मांगें

Hindu Protest in Dhaka: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही हिंदुओं पर अत्याचार और हमले बढ़ गए हैं। हमलों को लेकर शुक्रवार को हजारों हिंदुओं ने ढाका की सड़कों पर प्रदर्शन किया। उन्होंने अंतरिम सरकार के सामने 4 मांगें रखी हैं।

ढाका में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हिंदू
Bangladesh Hindu Protest: बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश से भागने के बाद से जमात इस्लामी और मुख्य विपक्षी पार्टी बीएपी के समर्थक और प्रदर्शनकारी छात्र विरोध प्रदर्शन की नई कहानी लिख रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों की आड़ में कुछ कट्टरपंथी लोग हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। इसके बाद शुक्रवार को सैंकड़ों बांग्लादेशी हिंदुओं ने ढाका में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह देश सभी का है। इसके साथ ही समुदाय की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाने की मांग भी की है। रैली निकाल कर प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं ने नारे लगाते हुए कहा कि यह देश किसी के बाप का नहीं है। हमने खून दिया है। जरूरत पड़ी तो फिर से खून देंगे। हम बांग्लादेश नहीं छोड़ेंगे। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश के सोशल वर्कर पर भी निशाना साधा है। जिन्होंने हिंसा से अब तक चुप्पी साधे रखी है। रैली में शामिल एक युवक कनु कुमार ने कहा हिंदू समुदाय अपने घरों और दुकानों की सुरक्षा चाहता है। इस दौरान उन्होंने एक मंत्रालय और अल्पसंख्यक सुरक्षा आयोग की मांग भी की। इसके साथ ही अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों को रोकने के लिए उन्होंने सख्त कानून बनाने और उसे लागू करने, संसद में अल्पसंख्यकों के लिए 10 प्रतिशत सीटें रिजर्व करने की मांग की। ये भी पढ़ेंः ब्राजील में क्रैश हुए प्लेन का वीडियो आया सामने, 2 मिनट में 13 हजार फीट गिरा, हादसे में मारे गए 62 यात्री

शेख हसीना के हटने के बाद हिंदुओं पर हमले बढ़े

बांग्लादेश हिंदू, बौद्ध ईसाई की ओइक्या परिषद् के अनुसार शेख हसीना के सत्ता के हटने के बाद से ही देश के 64 में से 52 जिलों में अल्पसंख्यक समुदायों के उत्पीड़न की 205 घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। संगठन ने देश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस को लिखे पत्र में कहा कि देशभर के अल्पसंख्यकों में गहरी आशंका, चिंता और अनिश्चितता है। ये भी पढ़ेंः ’10 साल से रोज मेरी अस्मत लूटते; बालों से पकड़कर घसीटते…’, 24 साल की महिला की रुला देने वाली कहानी


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